जांजगीर चांपा. जिले के नवपदस्थ कलेक्टर यशवंत कुमार ने आज कलेक्टर कार्यालय सभाकक्ष में जिले में कोविड-19, के संक्रमण को नियंत्रित करने की जा रही कार्रवाई की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को नियंत्रित करने का कार्य आज के समय में सर्वाधिक प्राथमिकता और महत्वपूर्ण कार्य है। उन्होंनेे सभी अधिकारियों, कर्मचारियों को निर्देशित कर कहा कि इस कार्य से संबंधित सभी अधिकारियों कर्मचारियों की भूमिका महत्वपूर्ण है । उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी टीम भावना से निर्देशों का निष्ठापूर्वक पालन करते हुए कर कोविड-19 के संक्रमण को रोकने सकारात्मक कार्यवाई करें।
कोविड-19 अस्पताल 1 सप्ताह के भीतर क्रियाशील करना सुनिश्चित करें –
कलेक्टर यशवंत कुमार ने मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी, डीपीएम, पीडब्ल्यूडी (ईएण्डएम) को निर्देशित कर कहा कि वह अस्पताल में शीघ्र जी डी सेट, ऑक्सीजन पाइप लाइन सहित अन्य सभी बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित करें और 1 सप्ताह में इस अस्पताल को इलाज के लिए क्रियाशील करें।
उन्होंने कोविड-19 से संबंधित संपूर्ण चिकित्सा स्टाफ, स्वच्छता कर्मियों ,उनके कार्यों के संबंध में संचालक स्वास्थ्य से समन्वय कर शीघ्र वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से प्रशिक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए। कलेक्टर ने कोविड 19, रैपिड टेस्ट कीट एन- 95 मास्क, पीपीई कीट तथा वेंटिलेटर की जरूरत के मुताबिक मांग पत्र स्वास्थ्य सचिव को शीघ्र भेजने कहा ।
क्वारेटीन सेंटरों की संख्या बढ़ाएं-
कलेक्टर ने जिले में अन्य प्रांतों से लगातार आ रहे श्रमिकों, यात्रियों को संस्थागत क्वारेटीन की सुविधा मुहैया कराने जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में क्वारंटीन सेंटर केंद्रों की संख्या बढ़ाने के निर्देश नोडल अधिकारी को दिए। कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के प्रत्येक हाॅस्टल, छात्रावास, मंगल भवन, सार्वजनिक भवनों को क्वारेटीन सेंटर बनाएं । इसी प्रकार शहरी क्षेत्रों में भी उन्होंने क्वारंटीन सेंटर के लिए भवनों का शीघ्र चिन्हांकन करनेे कहा।
होम क्वारंटीन की कतई अनुमति नहीं दी जाए –
कलेक्टर यशवंत कुमार ने चिकित्सकों को निर्देशित कर कहा कि वे किसी भी स्थिति में अन्य प्रांतों से आने वाले किसी की व्यक्ति को होम क्वारंटीन की कतई अनुमति न दें। उन्होने कहा कि संस्थागत क्वारंटीन में अन्य राज्यों से आए सभी लोगों को रखना अनिवार्य है। कलेक्टर ने कहा कि इस संबंध में किसी भी प्रकार की कोई समस्या हो तो उन्हें तत्काल अवगत कराया जाय। कलेक्टर ने कहा कि चिकित्सक, टेक्नीशियन, पुलिस, स्वच्छता कर्मी सभी की भूमिका महत्वपूर्ण है, कोविड-19 के संक्रमण के नियंत्रण के लिए इनकी सेवाओं की हम सभी को महती जरूरत है। उन्होंने इनकी सुविधा, भोजन, सुरक्षा का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए ताकि वे स्वस्फूर्त होकर हर समय अपने दायित्वों का उत्साहपुर्वक निर्वहन कर सकें।
कलेक्टर ने कहा कि कोविड -19 के निर्देशों का पालन करने वाले अधिकारियों के साथ जिला प्रशासन हमेशा खड़ा रहेगा किंतु नियंत्रण के कार्य में लापरवाही पर कठोर कार्रवाई होगी।
क्वारंटीन सेंटर में आवाजाही की अनुमति नहीं –
कलेक्टर ने कहा कि क्वॉरंटीन व्यक्ति तथा आसपास के किसी भी बाहरी व्यक्ति से संपर्क को सख्ती रोका जाए। उन्होंने कहा कि क्वारंटीन सेंटर निरीक्षण के और भोजन, स्वच्छता, आदि कार्यो में संलग्न अधिकारी कर्मचारी सेंटर में प्रवेश के लिए एक लाइन चिन्हित कर लें जिसके बाहर से ही सभी निर्देशित कार्य करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की सुरक्षा के सभी प्रोटोकॉल का क्वॉरेंटीन व्यक्ति, आमजन और अधिकारी कर्मचारी कढ़ाई पूर्वक पालन सुनिश्चित करें।
मनरेगा में अधिक से अधिक विभागीय कार्य प्रारंभ करें –
कलेक्टर ने जिले में मनरेगा के कार्यों में जनपद सीईओ के अलावा लोक निर्माण, सिंचाई सहित अन्य विभागों को अधिक से अधिक काम प्रारंभ करने और मजदूरों को रोजगार देने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने मनरेगा में गौठान, नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी के विकास पर केन्द्रित और व्यक्तिमूलक अधिक से अधिक कार्य स्वीकृत करने कहा।
क्वॉरंटीन सेंटर में गुणवत्तापूर्ण भोजन, स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था हो
कलेक्टर ने सभी नोडल अधिकारियों से कहा कि किसी भी क्वारंटीन सेंटर में खराब भोजन मिलने की शिकायत नहीं आनी चाहिए उन्होंने कहा कि क्वॉरंटीन में रह रहे लोग ग्रामीण क्षेत्रों के हैं उन्हें दाल, चावल, सब्जी और स्वच्छ पेयजल आदि की बुनियादी और गुणवत्ता सुविधाएं अवश्य मिले यह सुनिश्चित किया जाए।
ब्यय का पुख्ता हिसाब और नियमित रिकॉर्ड मेनटेन करें –
कलेक्टर ने जिल के क्वारंटीन सेंटर में भोजन आदि की सुविधा के लिए प्राप्त विभागीय राशि, दान द्वारा ,एनजीओ से प्राप्त अनाज, अन्य वस्तुओं के नाम तादात भोजन से लाभान्वित के नाम, पता, उम्र, छायाचित्र, क्वारंटीन सेंटर में रहने की अवधि व्यय आदि की जानकारी नियमित पंजी में दर्ज करने और मांगी जाने पर तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश सभी एसडीएम और तहसीलदारों को दिए। उन्होंने क्वारंटीन सेंटर में गुणवत्ता युक्त भोजन हेतु ग्रामीण क्षेत्रों के लिए संबंधित जनपद सीईओ और तहसीलदार तथा नगरीय क्षेत्रों के लिए संबंधित नगरीय निकाय के सीएमओ को जवाबदारी सौंपी है। इसके पूर्व कलेक्टर यशवंत कुमार ने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों से क्रमबद्ध उनका परिचय प्राप्त किया।
बैठक में पुलिस अधीक्षक श्रीमती पारुल माथुर अपर कलेक्टर श्रीमती नीला कोसम, एसएस पैकरा, जिला पंचायत सीईओ तीर्थराज अग्रवाल सहित अन्य जिला स्तरीय विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।