जांजगीर-चांपा. जिले में धान की सुरक्षा के लिए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना एवं 14 वें वित्त के संयुक्त अभिसरण की राशि से धान उपार्जन केन्द्रांें में चबूतरों का निर्माण कार्य किया जा रहा है। चबूतरा निर्माण होने के बाद से धान उपार्जन केन्द्रों में धान को वर्षा, ओलावृष्टि, कीट, चूहों आदि अन्य प्रकोप से बचाकर सुरक्षित रखा जा सकेगा। जिले की 151 ग्राम पंचायतों में 506 चबूतरे बनाए जाएंगे।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी तीर्थराज अग्रवाल ने बताया कि पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा महात्मा गांधी नरेगा योजना के माध्यम से जिले में धान उपार्जन केन्द्रों के लिए चबूतरा निर्माण को लेकर निर्देश प्राप्त हुए हैं। निर्देश प्राप्त होने के बाद कलेक्टर एवं जिला कार्यक्रम समन्वयक यशवंत कुमार ने सभी जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्धारित समय सीमा 30 जून 2020 तक धान उपार्जन केन्द्रों में चबूतरा निर्माण किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्हांेने बताया कि महात्मा गांधी नरेगा के अभिसरण से धान उपार्जन केन्द्र में प्रति चबूतरा की लागत 2 लाख रूपए स्वीकृत की गई है। जिले में धान उपार्जन केन्द्रों में चबूतरा निर्माण के लिए उपार्जन केन्द्रों का चयन उपार्जन केन्द्र में धान की आवक तथा जिले की मिलिंग क्षमता के आधार पर किया गया है। इस तरह जिले की 151 ग्राम पंचायतों में 506 चबूतरा बनाएं जाएंगे। जिपं सीईओ ने बताया कि राज्य शासन से प्राप्त निर्देशों के आधार पर चबूतरा निर्माण स्थल की परिस्थितियों को देखते हुए मुरम, रेत या ईंटों से चबूतरों का निर्माण किया जा रहा है। इस दौरान अगर ईंटों का उपयोग किया जाता है तो इनकी खरीदी स्व सहायता समूह या किसी शासकीय योजना से वित्त पोषित इकाई के माध्यम किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। इससे यह होगा कि जो स्व सहायता समूह या शासकीय योजनाओं के लाभार्थी ईंट बनाने का काम कर रहे हैं उनकी आय का साधन निर्मित होगा।
चबूतरा निर्माण की जाएगी मानीटरिंग
जिले में धान उपार्जन केन्द्रों में 151 ग्राम पंचायतों में 506 चबूतरों का निर्माण किया जा रहा है। जनपद पंचायत अकलतरा की 3 ग्राम पंचायतों में 9 चबूतरे, जनपद पंचायत बलौदा की 11 ग्राम पंचायतों में 34 चबूतरे में निर्माण होगा। इसके अलावा जनपद पंचायत बम्हनीडीह की 14 ग्राम पंचायतों में 42 चबूतरे, जनपद पंचायत डभरा की 18 ग्राम पंचायतों में 61 चबूतरे, जनपद पंचायत जैजैपुर की 29 ग्राम पंचायतों में 103 चबूतरे बनाए जाएंगे। तो वहीं जनपद पंचायत मालखरौदा की 19 ग्राम पंचायतों में 58 चबूतरे, जनपद पंचायत नवागढ़ की 27 ग्राम पंचायतों में 94 चबूतरे, जनपद पंचायत पामगढ़ की 18 ग्राम पंचायतों में 65 चबूतरे, जनपद पंचायत सक्ती की 12 ग्राम पंचायतों में 40 चबूतरे बनेंगे। इस दौरान धान उपार्जन केन्द्रों में चबूतरा निर्माण के दौरान जिला स्तर पर मजदूरी एवं सामग्री का अनुपात 60ः40 बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। जिपं सीईओ ने महात्मा गांधी नरेगा के द्वारा बनाए जा रहे पक्का चबूतरा निर्माण में क्रियान्वयन एजेंसी ग्राम पंचायत एवं संबंधित तकनीकी अमले को लगातार मॉनीटरिंग, कार्य की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने फील्ड में काम कर रहे अमले को कोरोना महामारी के संबंध में शासन के दिए गए निर्देशों का पालन करने, फिजिकल डिस्टेंसिंग, मास्क लगाने और सैनिटाइजर का उपयोग करने कहा है।