रायपुर. जिला कबीरधाम के विकासखंड बोड़ला अंतर्गत ग्राम बालसमुंद निवासी झामसिंग धुर्वे (55 वर्ष) की गोली लगने से हुई मृत्यु के संबंध में छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्य नीतिन पोटाई ने बालसमुंद पहुंचकर ग्रामवासियों व मृतक के परिवार से मुलाकात की। झामसिंग धुर्वे की लाश 07 सितम्बर 2020 को जिला बालाघाट (मध्यप्रदेश) के थाना गढ़ी क्षेत्रान्तर्गत ग्राम बासप्रहरा के जंगल में मिली थी।
आयोग के सदस्य नीतिन पोटाई ने घटना स्थल का भी निरीक्षण किया। वहां से लौटकर छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्य नीतिन पोटाई ने उक्त मामले में छत्तीसगढ़ के वन मंत्री मोहम्मद अकबर को विस्तृत जानकारी दी।
वन मंत्री श्री अकबर ने नीतिन पोटाई को बताया कि उन्होंने कलेक्टर कवर्धा को आवश्यक निर्देश देते हुए कहा है कि जिला प्रशासन का एक प्रतिनिधि ग्राम बालसमुंद पहुंचकर पीड़ित परिवार से मिले। पीड़ित परिवार से पूरे मामले की जानकारी लेकर आवश्यक कार्यवाही करते हुए छत्तीसगढ़ शासन को रिपोर्ट प्रस्तुत करे।
उल्लेखनीय है कि मृतक झामसिंग धुर्वे के रिश्ते में भाई नेमसिंग धुर्वे (62 वर्ष) ने थाना झलमला में दिनांक 08 सितम्बर को एफ.आई.आर. करने आवेदन देकर बताया है कि वे दोनों भाई दिनांक 06 सितम्बर 2020 को गरी लेकर मराडबरा नदी में मछली पकड़ने गए हुए थे। वहाॅ से लौट रहे थे तो दो बंदूकधारी व्यक्तियों ने खुद को कान्हा वन क्षेत्र का सिपाही बताते हुए रूकने को बोला। सिपाहियों की मारपीट की आशंका से वे दोनों भाई झामसिंग धुर्वे व नेमसिंग धुर्वे भागने लगे।
नेमसिंग ने यह भी बताया कि बारिश के दरम्यान पीछे से गोली चलने की आवाज सुनाई दी। वह जब घर पहुंच तो उसका भाई झामसिंग धुर्वे नहीं आया था। अगले दिन पुलिस ने उसके बड़े भाई की लाश की उससे शिनाख्त करवाई।