सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से विवादों में घिरीं रिया चक्रवर्ती को पब्लिक की नाराजगी का खामियाजा करियर के मोर्चे पर भी लगातार भुगतना पड़ रहा है। एक तो उन्हें फिल्में नहीं मिल रहीं हैं और जो फिल्में पहले से उनके खाते में हैं, वहां भी उनके सीन पर कैंची चल रही है। ताजा उदाहरण ‘चेहरे’ का है। फिल्म को दर्शकों की नाराजगी न झेलनी पड़ जाए, इसके चलते उनका चेहरा पोस्टर में यूज नहीं किया जा रहा है। हालांकि इसको लेकर प्रोड्यूसर आनंद पंडित और डायरेक्टर रूमी जाफरी के साथ-साथ फिल्म की बाकी टीम ने भी चुप्पी साधी हुई है। उनकी तरफ से को भी कमेंट करने को तैयार नहीं है।
रिया ने ख्वाब में भी नहीं सोचा था ऐसा होगा?
स्पॉटबॉय की खबर में रिया चक्रवर्ती के दोस्त के हवाले से लिखा है, “रिया ने ख्वाब में भी नहीं सोचा था कि उनके साथ ऐसा किया जाएगा। 2020 में रिया ने बहुत कुछ सहा है और किसी तरह वे अपनी जिंदगी के बिखरे टुकड़ों को सहेजने की कोशिश कर रही हैं। अब यह सब उन्हें परेशान करेगा। ऐसा लगता है कि बॉलीवुड में अभी उनका स्वागत नहीं है।”
पोस्टर में तमाम आर्टिस्ट के चेहरे
पिछले दिनों ‘चेहरे’ का पहला पोस्टर रिलीज किया गया था, जिसमें अमिताभ बच्चन, इमरान हाशमी, अन्नू कपूर, क्रिस्टल डिसूजा और यहां तक कि बंगाली फिल्म अभिनेता धृतिमान चटर्जी को भी जगह दी गई। लेकिन रिया चक्रवर्ती का चेहरा पोस्टर से गायब रहा। जबकि 2019 में रिया ने रूमी जाफरी के निर्देशन में बनी इस फिल्म के लिए शूटिंग की थी और फर्स्ट लुक भी सोशल मीडिया पर साझा किया था।
फिल्म में भी रिया के न होने के आसार
ट्रेड के गलियारों में खबरें गर्म हैं कि रिया के बजाय क्रिस्टल डिसूजा से फिल्म रीशूट करवा ली गई है। ट्रेड पंडितों और सिने इतिहासकारों ने बताया, ‘यह पहला मौका नहीं है, जब किसी एक्टर का चेहरा और नाम पोस्टर पर नहीं है। फिल्म में भी उनके न होने के आसार हैं। वजह जाहिरतौर पर पब्लिक का मौजूदा सेंटिमेंट है, जो रिया के खिलाफ है। जनता की नाराजगी के चलते किसी भी एक्टर का स्क्रीनटाइम फिल्म से गायब किया जा सकता है।’
28 साल पहले ए के हंगल के साथ हुआ था ऐसा
28 साल पहले रिया जैसा इंसिडेंट ए के हंगल के साथ फिल्म ‘रूप की रानी चोरों का राजा’ (1993) में हुआ था। सिने इतिहासकार बताते हैं- उस फिल्म की रिलीज से ठीक पहले मुंबई में पाकिस्तान एंबेसी वालों ने पाकिस्तान दिवस मनाया था। उसमें ए के हंगल को इनवाइट किया गया था और वे चले भी गए थे। इसके बाद वे अगले दिन की अखबारों की सुर्खिंयां बन गए।
बात बाला साहब ठाकरे तक पहुंची तो उन्होंने ए के हंगल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। ए के हंगल की फिल्मों को बॉयकॉट करने का फरमान जारी कर दिया। ऐसे में परेशान प्रोड्यूसर बोनी कपूर ने त्वरित फैसला लिया और ए के हंगल का चेहरा पोस्टर पर जारी नहीं किया। साथ ही फिल्म में भी हंगल का सिर्फ धड़ ही दिखाया। तकनीक की मदद से चेहरा पर्दे पर नहीं दिखने दिया।