48 करोड़ में बिकी 10 सेकेंड की ये वीडियो क्लिप, जानिए क्या है इसकी खासियत

कब किसकी किस्मत बदल जाए ये कहा नहीं जा सकता, ये हम इसलिए कह रहे हैं कि एक ऐसा वाकया सामने आया है कि जिसे सुनकर लोग हैरान हैं, 2020 में अमेरिका के मियामी में रहने वाले एक आर्ट कलेक्टर ने 10 सेकेंड के एक आर्टिस्टिक वीडियो पर 67 हजार डॉलर्स यानी 49.13 लाख रुपए खर्च किए, अब इसे उन्होंने बेच दिया, इसके बदले उन्हें इस 10 सेकेंड के वीडियो के 6.6 मिलियन डॉलर्स यानी 48.42 करोड़ रुपए मिले हैं।
पाब्लो ने जो आर्टिस्टिक वीडियो बेचा है उसमें दिख रहा है कि डोनाल्ड ट्रंप नीचे गिरे हुए हैं, उनके शरीर पर ढेर सारे टैटू बने हैं, नारे लिखे हैं, ऊपर ट्विटर की चिड़िया भी बैठी है, NFT के लिए मार्केटप्लेस ओपनसी ने बताया कि उसने फरवरी महीने में 86.3 मिलियन डॉलर्स यानी 633 करोड़ रुपए से ज्यादा की बिक्री देखी है, जबकि पिछले साल यह 1.5 मिलियन डॉलर्स थी।
इस वीडियो को डिजिटल आर्टिस्ट बीपल (Beeple) ने बनाया था, बीपल का असली नाम माइक विंकेलमैन है, ब्लॉकचेन नामक संस्था ने प्रमाणित किया है कि वो 10 सेकेंड का वीडियो माइक ने ही बनाया है, यह वीडियो यानी डिजिटल एसेट को नॉन-फंजिबल टोकेन (NFT) कहा जाता है, कोरोनावायरस महामारी के दौरान NFT काफी प्रचलित हुआ है।
इसे बनाने वालों को पैसे की जरूरत होती है, इसके लिए कई लोग निवेश भी करते हैं, क्योंकि NFT डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ही रहेगा और अगर ये किसी को पसंद आ गया तो इसके करोड़ों रुपए मिलते हैं, ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी की मदद से ऐसे वीडियो का ऑनलाइन डुप्लीकेशन नहीं हो पाता। इसे बेचने वाले आर्ट कलेक्टर पाब्लो रॉड्रिगेज-फ्रैल ने कहा कि आप लोर्वे जाओ, मोनालिसा की पेंटिंग देखो, उसका आनंद आप वहीं ले पाएंगे, पाब्लो ने कहा कि मैं बीपल के काम से प्रभावित था, इसलिए पहले उसे मैंने खरीदा।



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