रायपुर. 75 दिनों तक चलने वाले ऐतिहासिक विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा के तहत आज “डेरी गड़ाई“ की रस्म अदा की गई। इस रस्म के तहत पुजारी द्वारा जनप्रतिनिधियों और दशहरा समिति के सदस्यों की उपस्थिति में साल प्रजाति की लकड़ी की परंपरानुसार पूजा-अर्चना की गई.
इसके बाद इस लकड़ी को स्थानीय सीरासार भवन में स्थापित किया गया। डेरी गड़ाई रस्म के बाद विशालकाय दो मंजिला रथ निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ हो जाती है।
गौरतलब है कि हरेली अमावस्या के दिन पाट जात्रा पूजा विधान के साथ बस्तर दशहरे की शुरुआत हो चुकी है।