कर्मचारियों की सैलरी में होगा बड़ा बदलाव, मिलेगा 60% ज्‍यादा मुनाफा, देखें कैलकुलेशन

नई दिल्ली. देश के सरकारी कर्मचारियों के लिए बड़ी खबर है। केंद्रीय कर्मचारियों को महंगाई भत्ते (7 Pay Commission) के बाद अब मोदी सरकार (Central Government) जल्द ही नया श्रम कानून लागू (New Wage Code 2021) करने की तैयारी में है, इसको लेकर श्रम मंत्रालय (Labour Ministry) ने तैयारियां पूरी कर ली है, लेकिन कुछ राज्यों के स्तर पर ड्राफ्ट को फाइनल किया जाना बाकी है,  ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि इस साल के अंत तक इसे लागू कर दिया जा सकता है। अगर ऐसा हुआ तो सैलरी, पीएफ और ग्रेजुएटी पर बड़ा असर देखने को मिलेगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोदी सरकार जुलाई में देरी के बाद 1 अक्टूबर 2021 से  लेबर कोड के नियमों (Labour Code Rules 2021) लागू करने वाली थी, लेकिन राज्यों के ड्राफ्ट में देरी के चलते मामला अटक गया, लेकिन अब चर्चा है कि श्रम मंत्रालय ने तैयारियां पूरी कर ली है और इसे दिसंबर के अंत तक लागू किया जा सकता है।इससे कर्मचारियों की सैलरी में कमी आएगी क्योंकि उन्हें वर्तमान टेक होम से कम वेतन मिलेगा और अधिक कटौती उनके पीएफ में होगी। हालांकि यह फायदा कर्मचारी को उस समय मालूम चलेगा जब वे रिटायरमेंट होंगे। उन्हें मिलने वाली पीएफ की राशि में पूर्व के मुकाबले बड़ी राशि मिलेगी।
नए वेज कोड (New wage code) की खास बात यह है कि प्राइवेट नौकरीपेशा की कैश-इन-हैंड (Cash in Hand) सैलरी घट जाएगी यानि मासिक वेतन (Monthly Salary) घट जाएगा, क्योंकि पीएफ (PF) के लिए ज्यादा पैसे काटे जाएंगे लेकिन रिटायरमेंट के बाद बड़ा फंड मिलेगा। वही ग्रेच्युटी (Gratuity) भी बढ़ जाएगी।  कर्मचारियों (Government Employee) की बेसिक सैलरी कर्मचारियों के CTC की 50 फीसदी से कम नहीं हो सकती है। बेसिक सैलरी बढ़ने से कर्मचारियों का पीएफ ज्यादा कटेगा। इससे कर्मचारियों के हाथ में आने वाली सैलरी निश्चित तौर पर कम हो जाएगी, लेकिन रिटायरमेंट पर उन्हें ज्यादा पैसे मिलेंगे।
ऐसे समझे पूरा गणित…
वर्तमान वेज कोड के तहत जिसकी मंथली सैलरी 50 हजार रुपए है और बेसिक पे 15 हजार रुपए होगी, तब रिटायरमेंट पर PF की रकम 7,14,53,72 रुपए होगी।
New Wage Code में Basic Salary 25 हजार रुपए महीना हो जाएगी, तब रिटायरमेंट पर PF की रकम 1,19,08,953 रुपए हो जाएगी। यहां सालाना इंक्रीमेंट 5 प्रतिशत लिया गया है, जिससे PF का फंड और बढ़ जाएगा।
बेसिक सैलरी किसी कर्मचारी की बेस इनकम होती है, सभी कर्मचारियों के लेवल के आधार पर यह फिक्‍स होती है। यह कर्मचारी के पद और जिस उद्योग में वह काम कर रहा है उसके अनुसार होती है।
बिना टैक्‍स काटे जो बेसिक पे और भत्‍तों को जोड़कर सैलरी बनती उसे ग्रॉस सैलरी कहते हैं, इसमें बोनस, ओवर टाइम पे, हॉलिडे पे और अन्‍य मद के भत्‍ते शामिल होते हैं।
Gross Salary = बेसिक सैलरी+HRA+अन्‍य भत्‍ते
नेट सैलरी को टेक होम सैलरी भी कहते हैं, टैक्‍स कटने के बाद जो सैलरी बनती है उसे नेट इनकम कहते हैं।
Net Salary = Basic Salary + HRA + भत्‍ते – आयकर – EPF – Professional Tax
न्यूज वेज कोड के लाभ
नए वेज कोड के लागू होने से कर्मचारियों का PF ज्यादा कटेगा, ज्यादा रकम जमा होगी।
रिटायरमेंट के बाद अच्छी पेंशन मिलेगी और मोटा फंड तैयार होगा।
ग्रेच्युटी (Monthly Gratuity) में भी योगदान बढ़ेगा। 1 महीने की ग्रेच्युटी भी मिल सकती है।
असंगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को लाभ मिलेगा क्योंकि अभी तक बहुत-सी कंपनियों में ऐसे लोगों के वेतन के लिए कोई तय प्रारूप नहीं है।
हर इंडस्ट्री और सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों की सैलरी में समानता आएगी।
लोगों ज्यादा इन्वेस्टमेंट होगा और इन्वेस्टमेंट साइकिल को बूस्ट मिलेगा।
टैक्स सेविंग्स भी ज्यादा होगी, हालांकि इसकी लिमिट फिलहाल ढ़ाई लाख रुपए रहेगी।



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