होशंगाबाद ( मप्र ). स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (abvp) के 54वें प्रांतीय अधिवेशन में शामिल हुए.इस दौरान उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से सरकारों ने हमें गुमराह किया है. वास्कोडिगामा ने भारत की खोज, कोलंबस ने अमेरिका की खोजा जैसा झूंठा पाठ हमें पढ़ाया गया. अब देश की शिक्षा व्यवस्था में नई शिक्षा नीति-2020 के जरिए सुधार होगा.
10 हजार स्कूल होंगे सर्वसुविधा युक्त
राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर जानकारी देते हुए मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि देश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 (new education policy-2020) ही लगी लागू हुई है. इसी आधार पर प्रदेश में मंथन कर रहे हैं. वर्तमान में 360 सरकारी स्कूलों को सर्व सुविधा युक्त बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं. आने वाले समय मे 10 हजार स्कूलों को सर्व सुविधा युक्त बनाया जाएगा.
अव्वल दर्जे के होंगे MP के स्कूल
समाज में एक विश्वास सरकारी स्कूलों के प्रति पैदा कर सकें इस पर काम कर रहे हैं. स्कूल शिक्षा विभाग लगातार फाइंडिंग करके उस पर काम कर रहा है. प्रदेश के सरकारी स्कूलों में लोगों का विश्वास बढ़ने लगा है. जल्द ही मध्य प्रदेश के स्कूल अव्वल दर्जे में शामिल हो जाएंगे.देश को निरक्षर करने की कोशिश हुई
मैकाले की शिक्षा पद्धति गुलाम बनाने वाली है. देश में वास्तव में भ्रांति पूर्ण इतिहास पढ़ाने का काम किया गया. आजादी के बाद भी इतनी सरकारें आई उन्हें इस विषय पर विचार करना चाहिए था. गौरवशाली भारत का इतिहास क्रांतिकारियों का इतिहास पढ़ाया जाना चाहिए था. जो भारत 100% साक्षर देश कहलाता था, उस देश को निरक्षर करने की कोशिश की गई.
शुक्रवार को रहा अधिवेशन का अंतिम दिन
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का 54वां प्रांतीय अधिवेशन गुरुवार को होशंगाबाद के नर्मदा कॉलेज परिसर में शुरू हुआ. इसका शुभारंभ महान कवि माखनलाल चुतर्वेदी को समर्पित प्रदर्शनी का उद्घाटन कर किया गया. शुक्रवार को इस कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार और कृषि मंत्री कमल पटेल शामिल हुए. अधिवेशन में 16 जिलों से करीब 250 प्रतिनिधि शामिल हुए.