जांजगीर-चाम्पा. बहेराडीह के मॉडल गौठान पर बिहान के महिलाओ ने एक पोषण बाड़ी विकसित किया है, जहां पर जैविक खाद से 11 किलो का मखना यानी कद्दू उगाया, जबकि पिछले साल 19 किलो का मखना उगाई थी, वहीं दूसरी तरफ बाड़ी के दरवाजे के ठीक सामने अगल-बगल लगे 2 अंजीर के पेड़ आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। आपको बता दें कि फलदार अंजीर के दोनों पौधों का रोपण जिला पंचायत अध्यक्ष यनिता चंद्रा और तत्कालीन डीएफओ प्रेमलता यादव ने किया था।बिहान के गंगे मईय्या स्व सहायता समूह द्वारा गौठान में विकसित पोषण बाड़ी के सम्बन्ध में बलौदा ब्लॉक अंतर्गत जाटा बहेराडीह के सरपंच अनिता सपन मिरी, उप सरपंच चन्दा सरवन कश्यप और सचिव जमुना सिंह नेताम ने बताया कि गौठान के किनारे करीब 50 डिसमिल क्षेत्रफल में पोषण बाड़ी विकसित किया गया है और खंडहर मिडिल स्कुल भवन को गौठान कार्यालय के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। जहाँ पर वन विभाग और उद्यान विभाग के सहयोग से हर्रा, बहेरा, आंवला, अमरुद, जामुन, पपीता, बेर, मुनगा, कटहल, अर्जुन, कोईलार, बोहार, आम, नीबू, केला, डुमर, आदि फलदार पौधों का रोपण विधायक नारायण चंदेल समेत, जिला पंचायत सदस्य उमा राजेंद्र राठौर, बलौदा जनपद उपाध्यक्ष नम्रता राघवेंद्र नामदेव सीईओ नेहा सिंह, पुलिस विभाग, क़ृषि विभाग और उद्यान विभाग के अनेक अधिकारियो के हाथों गौठान में आयोजित कार्यक्रम के दरमियान किया गया था।
इसके अलावा यहाँ के महिलाये कृषक संगवारी दीनदयाल यादव के सहयोग से एंजोला, लेमनघास, कुंदरू, सफ़ेद करेला, कोचई समेत कई प्रकार की फूल और सजावटी पौधों का रोपण किया किया गया है।
महिलाओं को मिला प्रशिक्षण
यह गाँव बलौदा जनपद उपाध्यक्ष नम्रता राघवेंद्र नामदेव का गोद ग्राम है। उन्होंने यहाँ की महिलाओ को गाँव में ही कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ के मार्गदर्शन पर एसबीआई ग्रामीण स्व रोजगार प्रशिक्षण संस्थान जांजगीर द्वारा सब्जी खेती और नर्सरी प्रबंधन का प्रशिक्षण कराई हैं।इसके साथ ही इस गांव को पोषण बाड़ी योजना में शामिल किया गया हैं। यह गाँव जिले का जैविक क़ृषि ग्राम भी है। जहाँ के 70 प्रतिशत घरों में ट्यूबवेल है और पशुधन होने के कारण सबके घरों में सब्जी, फल फूल की बाड़ी है। जिले के इस गाँव को जैविक क़ृषि का दर्जा दिलाने सामाजिक संगठन रेस्टोरेंशन फाउंडेशन के सीईओ जे. बसवराज का महत्वपूर्ण योगदान है।