जांजगीर-चाम्पा. ग्रामीण क्षेत्र में पलायन का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, मगर चाम्पा क्षेत्र के जाटा गांव के किसानों ने अपने ही खेतोँ पर धान के अलावा सब्जी की खेती करके लाखों का आमदनी प्राप्त कर रहे हैं, जिससे यहाँ पर पलायन बिल्कुल ही नहीं होता। साथ ही, महिलाओं के द्वारा समूह में खेती की जा रही है, जिससे महिलाएं आर्थिक रूप से सक्षम हुई हैं. महिलाओं ने जाटा गांव में जिले में पहली बार महिलाओं के द्वारा समूह में खेती की जा रही है और जरूरत पड़ने पर लीज पर जमीन लेकर सब्जी की खेती कर रही हैं.
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उल्लेखनीय है कि चांपा क्षेत्र के जाटा गांव के किसानों को सब्जी की खेती के लिए प्रोत्साहित करने और उनके आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के उद्देश्य को लेकर एसबीआई ग्रामीण स्व रोजगार प्रशिक्षण संस्थान जांजगीर ने दो साल पहले 26 अगस्त 2021 को यहाँ पर 35 किसानों को सब्जी खेती नर्सरी प्रबंधन का दस दिवसीय प्रशिक्षण दिया. प्रशिक्षण के उपरांत यहाँ की किसान सब्जी खेती को बड़े पैमाने पर करने लगे और इस कारोबार से उनके आर्थिक स्थिति में काफ़ी सुधार आया है.
लाखों की आमदनी लेने वाले किसानों ने बताया कि सोमवार से रविवार तक उनके गाँव के आसपास सब्जी का बाजार लगता है। वहाँ पर उनकी सब्जी की बिक्री होती है. किसानों को दो साल पहले सब्जी खेती व नर्सरी प्रबंधन का प्रशिक्षण पश्चात् किसानों की सब्जी खेती को देखकर छत्तीसगढ़ राज्य आरसेटी के नियंत्रक अरुण कुमार सोनी ने प्रसन्नता ब्यक्त किया था. उन्होंने 242 बेच नंबर के इस प्रशिक्षण में शामिल महिला किसान माण्डवी चौबे समेत अन्य किसानों के सब्जी बाड़ी का अवलोकन किया था, वहीं बहेराडीह के महिला कृषक पुष्पा यादव द्वारा विकसित छत पर बागवानी की सराहना किया था.
महिला किसान माण्डवी ने बताया कि यहाँ इस समय पचास एकड़ जमीन पर सब्जी की खेती हो रही है। दो साल पहले सब्जी उत्पादन का रकबा बहुत ही कम थथा, किन्तु यहां पर ज़ब सब्जी खेती का जांजगीर आरसेटी द्वारा किसानों को प्रशिक्षण दिया गया. उसके बाद जिन किसानों के पास जमीन कम है. वह किसान अपने घर के पीछे बाड़ी में अपने परिवार के लिए किचन गार्डन विकसित कर लिया और जिनके पास खेती योग्य भूमि अधिक है. उस किसान ने बड़े पैमाने पर सब्जी की खेती करके लाखों का कारोबार कर लोगों को रोजगार देने के साथ साथ वे खुद अच्छा आमदनी ले रहे हैं.