जांजगीर-चाम्पा. क़ृषि क्षेत्र में जिले का राष्ट्रीय स्तर पर नाम रोशन करने वाले देश का पहला किसान स्कूल बहेराडीह पहुंचे जिले के पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल, जहां प्रगतिशील किसान और स्कूल के संचालक दीनदयाल यादव तथा उनके परिवार से मुलाक़ात कर समन्वित क़ृषि प्रणाली को लेकर चर्चा हुई.
वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल बहेराडीह के संचालक दीनदयाल यादव ने बताया कि 23 दिसंबर 2021 को प्रदेश के किसानों, सामाजिक संगठन और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से किसान स्कूल की स्थापना की गई, यहां पर इस समय 19 विषयों पर किसानों को जानकारी दी जा रही है, जिसमें क़ृषि अवशेष से मशरूम, जैविक खाद निर्माण, छत्तीसगढ़ के 36 भाजियों का संरक्षण और संवर्धन तथा उनके रेशे से कपड़ा, राखी, बेग बनाने, डेयरी, मुर्गी पालन, मछली पालन, बकरी पालन, बतख पालन, जैविक क़ृषि, समन्वित क़ृषि, बायोगैस सयंत्र, कोसा कीटपालन, लाख की खेती समेत 19 प्रमुख विषयों पर निशुल्क जानकारी और प्रशिक्षण दिया जाता है.
पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने केले के तने के रेशे निर्मित कपड़ा, जैकेट, बेग और बिहान स्व सहायता समूह की विभिन्न प्रकार की अचार, बड़ी, पापड़, बिजोड़ी, सर्फ़, साबुन, फिनाइल, छत पर बागवानी, छत्तीसगढ़ की 36 भाजियों की इकाई और देशी बीजों के संरक्षण केंद्र तथा धरोहर, मशरूम उत्पादन इकाई को देखकर खूब प्रभावित हुए.
बहेराडीह के क़ृषि तकनीक को परखने अमेरिका से 18 को आएंगे किसान
किसान स्कूल के संचालक दीनदयाल यादव और रेस्टोरेंशन फाउंडेशन के सीईओ जे. बसवराज ने पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल को बताया कि बहेराडीह की क़ृषि तकनीक और किसान स्कूल को परखने 18 मार्च को दोपहर 1 बजे अमेरिका के किसान बहेराडीह स्थित किसान स्कूल आएंगे, जहां पर वे छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिले के प्रगतिशील किसानों से क़ृषि प्रणाली को लेकर अपनी जानकारी साझा करेंगे. इस मौके पर बिहान के नारी शक्ति महिला ग्राम संगठन बहेराडीह की सचिव पुष्पा यादव, समेत अन्य समूह की महिलाएं उपस्थित थीं.