JanjgirChampa News : किसानों के खाते में जमा हुई पुरुस्कार राशि, शील्ड और प्रमाण पत्र का पता नहीं, एक्सटेंशन रिफार्म्स आत्मा योजना अंतर्गत वर्ष 2020-21 में हुई थीं घोषणा, मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में सम्मान के बजाय अपमानित होकर वापस हुए थे किसान

जांजगीर-चाम्पा. आज से ठीक एक साल पहले जिले के सात प्रगतिशील किसानों को बिलासपुर में आयोजित राष्ट्रीय किसान मेला में मुख्यमंत्री के हाथो सम्मान देने क़ृषि विभाग के अधिकारी लेकर पहुंचे थे, मगर किसान सम्मान पाने के बजाय अपमान होकर उल्टे पाव बैरंग वापस लौटे थे। इसकी शिकायत वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल बहेराडीह के संचालक दीनदयाल यादव ने कलेक्टर से जनदर्शन में की थी। कलेक्टर की कड़ी नाराजगी के बाद क़ृषि विभाग से जिले के घोषित सात किसानों के बैंक खाता में पुरुस्कार की राशि को जमा कर दिया गया है, मगर किसानो को अभी तक न तो शील्ड प्रदान किया गया है और न ही प्रमाण पत्र, जिससे शासन के प्रति किसानों में भारी आक्रोश ब्याप्त है।



किसान स्कूल के संचालक दीनदयाल यादव ने बताया कि प्रतिवर्ष जिले के किसानों को धान उत्पादकता के क्षेत्र दो किसानों को ब्लॉक स्तर पर दस दस हजार रूपये, जिला स्तर पर पचीस पचीस हजार रूपये और राज्य स्तर पर पचास पचास हजार रूपये शील्ड और प्रशस्ति पत्र दिया जाता है। और इसके लिए प्रतिवर्ष जुलाई माह में आवेदन आमंत्रित किये जाते हैं। धान उत्पादकता के अलावा दलहनी, तिलहनी, मत्स्य पालन, उद्यानिकी, और पशुपालन आदि क्षेत्र में पुरुस्कार राशि दिया जाता है। ब्लॉक स्तर का पुरुस्कार क़ृषि स्थाई समिति के सभापति और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि के हाथो वितरण किया जाना होता है और जिला तथा राज्य स्तर के पुरुस्कार राशि को प्रदेश के मुख्यमंत्री और क़ृषि मंत्री के हाथो वितरण किया जाता है, मगर इस बार ब्लॉक स्तर का पुरुस्कार राशि को क़ृषि स्थाई समिति के सभापति और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से नियमानुसार वितरण किया गया.

जिला और राज्य स्तर के पुरुस्कार राशि से सम्मानित करने हेतु पिछले 14 अप्रैल को बिलासपुर में आयोजित राष्ट्रीय किसान मेला में क़ृषि विभाग, उद्यान विभाग, मत्स्य विभाग, पशुधन विकास विभाग आदि ने जिले सात किसानों को अपने साथ लेकर गए थे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उक्त कार्यक्रम में पहुँचे, मगर एक्सटेंशन रिफार्म्स आत्मा योजना के अंतर्गत चिन्हित प्रदेश के राज्य स्तरीय और अलग-अलग जिला के जिला स्तरीय उन्नत कृषक पुरुस्कार पाने पहुँचे किसानों को पुरुस्कार राशि, प्रशस्ति प्रमाण पत्र दिए बगैर ही रायपुर रवाना हो गए थे, जिससे प्रदेश के सभी अलग -अलग जिले के किसान अपने आप को अपमानित करते हुए उल्टे पाव बैरंग वापस लौट गए थे।

दस माह बीत जाने के बाद भी किसानों को उनका सम्मान राशि, शील्ड, प्रशस्ति प्रमाण पत्र नहीं मिलने से नाराज किसानों ने वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल बहेराडीह के संचालक दीनदयाल यादव के नेतृत्व में जनदर्शन में कलेक्टर से मुलाक़ात कर लिखित रूप में आवेदन प्रस्तुत किया था। जिस पर कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए क़ृषि विभाग के प्रति कड़ी नाराजगी ब्यक्त किया था और पुरुस्कार हेतु चयनित सभी किसानों को पुरुस्कार राशि दिए जाने का निर्देश उप संचालक क़ृषि को दिया गया था। कलेक्टर के निर्देश का पालन करते हुए क़ृषि विभाग ने अकलतरा ब्लॉक के कटनई गाँव के महिला कृषक रजनी पटेल, अकलतरा की पवित्रा पटेल समेत बम्हनीडीह ब्लॉक के अफ़रीद के प्रगतिशील किसान संतोष राठौर,नवागढ़ ब्लॉक के मरकाडीह के अमृत कंवर, कमला कश्यप, डभरा ब्लॉक के सूखदा के किसान रोहित चंद्रा, और बलौदा ब्लॉक के जाटा पंचायत के आश्रित ग्राम बहेराडीह के साधना यादव आदि सात किसानों के बैंक खाते में पचीस-पचीस हजार रूपये भेजा गया है, मगर अब शील्ड और प्रशस्ति पत्र के लिए जिले के किसान भटक रहे हैं।

इस वर्ष आमंत्रित नहीं किये गए आवेदन
प्रतिवर्ष जुलाई महिने में क़ृषि विभाग की ओर से क़ृषि, उद्यानिकी, मत्स्य पालन और पशुपालन के क्षेत्र में काम करने वाले किसानों को ब्लॉक, जिला और राज्य स्तर पर पुरुस्कार हेतु आवेदन आमंत्रित किया जाता है, मगर इस वर्ष जुलाई 2022 में विभाग द्वारा आवेदन नहीं लिया गया था। जिससे केंद्र सरकार की इस पुरुस्कार योजना से छत्तीसगढ़ के किसानों को वंचित होना पड़ा है।

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