Success Story : पति और ससुराल ने दिया साथ, दो साल के बच्चे की मां बनी IAS, हासिल की 80वीं रैंक, संघर्ष के बाद मिली सफलता..

Success Story Of IAS Pushplata Yadav : आईएएस पुष्पलता यादव मूलत: हरियाणा के रेवाड़ी जिले के एक छोटे से गांव खुसबुरा की रहने वाली हैं. यहीं उनका जन्म हुआ था. उनकी शुरुआती पढ़ाई गांव से ही हुई. इसके बाद उन्होंने 2016 में बीएससी किया. इसके बाद पोस्ट ग्रेजुएशन और एमबीए भी किया.



 

 

 

 

पुष्पलता यादव एमबीए करने के बाद अपने खर्च के लिए प्राइवेट कंपनी में जॉब करने लगीं. दो साल तक प्राइवेट सेक्टर में जॉब के साथ सरकारी नौकरी की तैयारी भी करती रहीं. दो साल बाद उन्हें स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद में असिस्टेंट मैनेजर पद पर नौकरी मिल गई.

 

 

 

स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद में नौकरी मिलने के दो साल बाद 2011 में उनकी शादी हो गई और वह हरियाणा के मानेसर में आकर रहने लगीं. शादी के करीब चार साल बाद उन्होंने यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम की तैयारी का मन बनाया. फिर वह 2015 में स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद से इस्तीफा देकर पूरी तरह सिविल सर्विस एग्जाम की तैयारी में जुट गईं.

 

 

 

पुष्पलता यादव ने स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद की असिस्टेंट मैनेजर की जॉब छोड़कर यूपीएससी की तैयारी करना तय तो कर लिया. लेकिन अब उनके सामने दो साल के बच्चे की भी जिम्मेदारी भी. एक इंटरव्यू में पुष्पलता बताती हैं कि उन्होंने पांच साल से किताब को हाथ तक नहीं लगाया था. लेकिन मेरे पति ने मुझे तैयारी के लिए प्रोत्साहित किया.

 

 

 

पुष्पलता के पति और ससुराल के अन्य लोगों ने उनका पूरा साथ दिया. जब वह तैयारी कर रही थीं तो पति बेटे को संभालते थे. पुष्पलता सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान देती थीं. वह सुबह चार बजे सोकर उठती थीं. इसके बाद छह से सात बजे तक पढ़ती थीं. इसके बाद बच्चे को स्कूल भेजकर फिर से पढ़ती थीं.

 

 

 

पुष्पलता यादव का यूपीएससी में सेलेक्शन तीसरे प्रयास में हुआ. दो प्रयास में उनका मेन्स में नहीं हुआ था. लेकिन वह हताश या निराश नहीं हुईं. आखिरकार मेहनत रंग लाई और साल 2017 में उनका यूपीएससी में फाइनल सेलेक्शन हुआ. उन्होंने ऑल इंडिया 80वीं रैंक हासिल की.

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