सनी देओल की वो फिल्म… जिसके 3 मिनट की 1 सीन ने मचा दिया था हंगामा, शूट करने में लगे थे पूरे 2 दिन

नई दिल्ली. बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता सनी देओल (Sunny Deol) ने अब तक अपने करियर में बॉक्स ऑफिस पर एक से बढ़कर एक फिल्में दी हैं, जिनमें से कुछ ऐसी भी फिल्में हैं, जिन्हें जितनी बार देखो मन नहीं भरता है. सनी की ऐसी ही एक फिल्म साल 1985 में आई थी, जिसका नाम था ‘अर्जुन’. रिलीज के साथ ही यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर छा गई थी, जिसमें सनी के साथ डिंपल कपाड़िया लीड रोल में नजर आई थीं.



दर्शकों को सनी की फिल्म ‘अर्जुन’ काफी पसंद आई थी, और साल 1985 में यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर छठी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी थी. इस फिल्म से जुड़ा एक किस्सा भी है, जिसके बारे में बहुत ही कम लोग जानते हैं. दरअसल, इस फिल्म में एक आइकॉनिक सीन है जिसमें सनी देओल के दोस्त को मारने के लिए गुंड़े आ जाते हैं. इस सीन में झमाझम बारिश होती रहती है. वहीं, सेट पर 1000 लोग 2-2 छाते लिए खड़े होते हैं.

इस सीन में सनी को छातों के बीच से गजरते हुए अपने दोस्त को वहां से भगाना होता है, लेकिन ये सुनने में जितना आसान लगता है, उतना ही कठीन इसे शूट करना था. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो इस 3 मिनट की सीन को शूट करने में डायरेक्टर के पसीने छूट गए थे. इस सीन को शूट करने में 2 दिन लगे थे, क्योंकि बारिश के बीच में जब सनी देओल अपने दोस्त को लेकर वहां से निकलते थे तो हजारों छातों के बीच में फंस जाते थे. बड़ी मुश्किल से ये सीन को शूट किया गया और फिल्म रिलीज के बाद ये 3 मिनट की सीन ही फिल्म की जान बन गई थी.

बता दें, यह फिल्म मुंबई के एक लोअर मीडिल क्लास फैमिली के अर्जुन मालवंकर (सनी देओल) नामक एक युवा शिक्षित, लेकिन बेरोजगार व्यक्ति के बारे में थी. इसमें उसके दोस्तों का एक समूह है जो बेरोजगार है और वे सभी उस व्यवस्था से निराश हैं जो भ्रष्टाचार और कमजोरों के शोषण पर पनपती है.

एक्शन से भरपूर इस फिल्म का निर्देशन राहुल रवैल ने किया था. यह फिल्म सनी देओल की बेस्ट फिल्म बताई जाती है, जिसे बाद में तमिल में सत्या, तेलुगू में भरतमलो अर्जुनुडु, कन्नड़ में संग्राम और सिंहली में सुरानीमाला के नाम से बनाया गया था.

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