गिरौदपुरी. विश्व आदिवासी दिवस के सुअवसर पर बिलाईगढ़ विधानसभा क्षेत्र के सघन जनसम्पर्क के दौरान प्रोफेसर डाक्टर बम्हानंद मारकंडेय ने ग्राम पंचायत भंडोरा एवं शहीद वीर नारायण की जन्म भूमि सोनाखान पहुंचा, जहां
परिक्षेत्र के अन्तर्गत आने वाले ग्राम के लोग बड़े ही धूम -धाम के साथ विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया/ प्रोफेसर मारकंडेय ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए बड़ी संख्या में उपस्थित आदिवासी समाज के प्रमुखजनों, भाई- बहनों, जवानों एवं सि यानों व बच्चों को विश्व आदिवासी दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएँ दी एवं अपने उद्बोधन में आदिवासी को भारत का मूल निवासी बताते हुए प्रकृति के सानिध्य में रहकर जल, जंगल, जमीन, का संरक्षण करने वाले बताया तथा
, पर्यावरण को बचाने वाला बताया/अपने कठोर श्रमसाधना के जरिये जंगलों में रहकर, कंद-मूल खाकर जीवन बिताया जिसकी अपनी सुदृढ़ संस्कृति है, भाषा- बोली, रहन-सहन, खान- पान, वेश- भूषा, देवी- देवता, पूजा पद्धति है जिसकी समूचा विश्व में अलग पहचान है किन्तु इतना विकसित और विशाल समाज भारत वर्ष में आजादी के 75 वर्षो बाद भी उनका जीवन स्तर, सामाजिक स्तर, आर्थिक स्तर, शैक्षणिक स्तर, बौद्धिक स्तर, राजनैतिक स्तर कमजोर क्यों? भारत के मूल निवासी होने के कारण वैभवशाली परम्परा के बावजूद उनका शोषण होता रहा, उनकी दशा और दिशा बदलने की सुध नही ली गई/ उन्हे उनके बेशकीमती वनोपज का भी उचित मूल्य नही मिला/ भारतीय संविधान में प्रदत्त अधिकारों के तहत शैक्षणिक एवं राजनीति में प्रतिनिधित्व नहीं मिला/
आज समाज जागरुक हो रहा है तथा अपने अधिकार को समझ रहा है यही कारण है कि आज विश्व आदिवासी दिवस मनाने बड़ी संख्या में माताएं, बहने, भाई लोग, जवान लोग, सियानलोग, बच्चे लोग उपस्थित हुए है और उत्साह के साथ अपने ईष्ट देव बुढ़ादेव का पूजा अर्चना कर लोक कला गौड़ी गीत संगीत का आनंद ले रहे है जिसे देखकर आज बड़ा प्रसन्नता हो रहा है/ कार्यक्रम का संचालन पूर्व विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कंवर सर, के द्वारा सफलता पूर्वक किया गया/ कार्यक्रम में मुख्य रूप से करमू, विजय, धनीराम, पंचराम, मोहन, भुनेश्वर, दिलकुमार, नारायण, लक्ष्मण, श्रीमती समारीन बाई, फली बाई, फूलबाई, सुमीत्रा, नानबाई, राजकुमारी, बृजलाल, पैकरा, मोहन पैंकरा, सुनील पैंकरा, विक्रम ठाकुर, ईश्वर प्रसाद जगत, अगज कुमार ठाकुर