जांजगीर-चाम्पा. शिवरीनारायण क्षेत्र के तुस्मा गांव में युवा चिरंजीव साहू ने दूसरे युवाओं को आगे बढ़ाने में कारगर पहल की है. नगर सेना, पुलिस और वन विभाग समेत दूसरे विभागों में होने वाली भर्ती को लेकर युवा चिरंजीव साहू द्वारा शिवरीनारायण, तुस्मा और आसपास क्षेत्र के गांवों के युवाओं को 2 साल से निःशुल्क फिजिकल ट्रेनिंग दी जा रही है. यहां ट्रेनिंग के लिए युवतियां भी पहुंचती हैं. युवा चिरंजीव की कोशिश रंग भी ला रहा है और कुछ युवाओं ने शुरुआती परीक्षा पास भी की है. ऐसे में युवाओं का उत्साह बढ़ा हुआ है और चिरंजीव साहू के बेहतर मार्गदर्शन से युवाओं को बड़ी मदद मिल रही है. युवा चिरंजीव साहू द्वारा फिजिकल ट्रेनिंग की हर बारीकी युवाओं को सिखाई जा रही है, जिससे उनका चयन होने में सहूलियत हो. चिरंजीव के द्वारा सुबह-शाम युवाओं को ट्रेनिंग दी जाती है और आसपास के युवा इस फ्री ट्रेनिंग का लाभ ले रहे हैं.
दरअसल, तुस्मा गांव के रहने वाले चिरंजीव साहू ने खुद के लिए भरपूर कोशिश की और अभी भी लगातार प्रयास कर रहे हैं, लेकिन इस दौरान चिरंजीव ने तय किया कि युवाओं को फ्री में टेनिंग दिया जाए, ताकि आसपास के युवाओं को विभिन्न भर्ती में मौका मिला. चिरंजीव ने 2 साल पहले ट्रेनिंग देना शुरू किया तो कुछ ही युवा आते थे, लेकिन आज यह संख्या बढ़ गई है. यहां तक युवतियां भी ट्रेनिंग में पहुंचती हैं. सबसे बड़ी बात, अभी कुछ युवाओं ने शुरुआती परीक्षा पास की है. ऐसे में उम्मीद है कि आगे इन युवाओं का चयन जरूर हो जाएगा, क्योंकि युवाओं को चिरंजीव साहू द्वारा बारीकी से युवाओं को जानकारी दी जा रही है, ताकि विभागीय स्तर पर फिजिकल टेस्ट हों तो युवाओं से कोई चूक ना हों.
चिरंजीव साहू से फ्री ट्रेनिंग लेने पहुंचने वाले युवा भी मानते हैं कि सुबह-शाम ट्रेनिंग दी जाती है और छोटी सी छोटी बातों को बताया जाता है. युवाओं का कहना है कि ट्रेनिंग से उन्हें चौतरफा लाभ हुआ है. उन्हें उम्मीद है कि मेहनत और अच्छी ट्रेनिंग की बदौलत, आगे उनका चयन जरूर होगा.
युवा ट्रेनर चिरंजीव साहू का कहना है कि उन्होंने खुद भी बहुत प्रयास किया, लेकिन जब खुद का सलेक्शन नहीं हुआ तो युवाओं को आगे बढ़ाने काम करेंगे, फिर यह ट्रेनिंग की शुरुआत की. उनका कहना है कि युवाओं को ट्रेनिंग देने से मन को खुशी मिलती है और यह सेहत के लिए भी मददगार है.
बड़ी बात यह है कि चिरंजीव साहू, जिस तरह निःस्वार्थ भाव से युवाओं को आगे बढ़ाने मदद कर रहे हैं, उसकी स्थानीय लोग भी तारीफ करते हैं, क्योंकि दूसरों के लिए हर कोई इस तरह कार्य नहीं कर पाता. चिरंजीव साहू ने युवाओं के लिए बड़ी पहल की है और जिस तरह क्षेत्र के युवा, सुबह-शाम मेहनत कर रहे हैं. निश्चित ही, चिरंजीव साहू और युवाओं के परिश्रम का फल आने वाले दिनों में जरूर मिलेगा.