रायपुर: आज से छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र का शुभारंभ हुआ, जिसकी शुरुआत राज्यपाल रमेन डेका के अभिभाषण से हुई। अपने संबोधन में राज्यपाल ने प्रदेश सरकार की उपलब्धियों, नीतियों और आगामी योजनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने साय सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि राज्य में डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने, महिलाओं के सशक्तिकरण, खेतिहर मजदूरों के साथ न्याय और किसानों के जीवन में खुशहाली लाने के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए गए हैं।
राज्यपाल रमेन डेका का अभिभाषण
राज्यपाल डेका ने यह भी उल्लेख किया कि छत्तीसगढ़ राज्य और विधानसभा अपने रजत जयंती वर्ष में हैं। उन्होंने बताया कि किसानों को फसलों का उचित मूल्य प्रदान किया जा रहा है, जिससे कृषि को प्रोत्साहन मिल रहा है। साथ ही, जैविक खेती और जलवायु परिवर्तन पर भी कार्य हो रहा है। महतारी वंदन योजना के तहत 69 लाख से अधिक महिलाओं को लाभान्वित किया गया है।
मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने राज्यपाल के अभिभाषण पर असंतोष व्यक्त किया। पूर्व मंत्री उमेश पटेल ने कहा कि अभिभाषण में कुछ नया नहीं है और राज्य सरकार का कोई स्पष्ट दृष्टिकोण नहीं दिखता। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केंद्रीय योजनाओं को राज्य की उपलब्धियों के रूप में प्रस्तुत किया गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने टिप्पणी की कि राज्यपाल ने अनमने ढंग से अभिभाषण पढ़ा और हमारी सरकार के कार्यों को मात्र कॉपी-पेस्ट किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने केवल योजनाओं के नाम बदले हैं।.
वहीं, पूर्व मंत्री और सत्तारूढ़ दल के वरिष्ठ विधायक राजेश मूणत ने अभिभाषण की सराहना करते हुए कहा कि एक साल के भीतर हमने मोदी गारंटी पर काम किया है। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसने गरीबों का आवास अधिकार छीना और पंचायती राज व्यवस्था को सुनिश्चित किया। मूणत ने यह भी कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान विकास कार्य रुक गए थे और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति कांग्रेस को रास नहीं आ रही है। उन्होंने कांग्रेस पर सोच की कमी का आरोप लगाया।