Oscars 2025: एडम जे ग्रेव्स के निर्देशन में बनी शॉर्ट फिल्म अनुजा को 97वें एकेडमी अवॉर्ड्स में बेस्ट लाइव-एक्शन शॉर्ट के लिए नॉमिनेशन मिला है। एडम जे ग्रेव्स को इस फिल्म के जरिए पहली बार अकेडमी अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट किया गया है जो उनके लिए काफी खुशी का पल है। ये बात कम लोग जानते हैं कि प्रियंका चोपड़ा इस फिल्म की एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर हैं।
क्या है फिल्म की कहानी?
ग्रेव्स द्वारा बनाई इस शॉर्ट फिल्म में दो बहनों के जीवन को दिखाया गया है। इसकी कहानी एक 9 साल की अनुजा नाम की बच्ची के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपनी बड़ी बहन पलक के साथ एक कपड़ों की फैक्ट्री में काम करती है। फिल्म की कहानी में 9 साल की अनुजा की जर्नी को दिखाया जाता है। उसे आने वाले समय में खुद के लिए एक बड़ा फैसला लेना है जो उसकी हालातों को पूरी तरह से बदल सकता है। इसके लिए उसकी बड़ी बहन भी एक बड़ी ढाल बनने का काम करती है।
सकी बहन चाहती है कि वो अपनी पढ़ाई पूरी करे क्योंकि अनुजा कि दिलचस्पी गणित में है। हालांकि जिस फैक्ट्री में दोनों काम करती हैं वहां का मालिक अनुजा का इस्तेमाल अपने फायदे के लिए करना चाहता है।
सलाम बालक ट्रस्ट की मदद से बन पाई फिल्म
फिल्म ‘अनुजा’ को अलग-अलग कम्युनिटी पार्टनर्स ने मिलकर बनाया है। इस फिल्म को एक इंडियन नॉन प्रॉफिट एनजीओ सलाम बालक ट्रस्ट और नॉन प्रॉफिट प्रोडक्शन कंपनी शाइन ग्लोबल के बैनर तले बनाया गया है। आपको जानकर हैरानी होगी कि सलाम बालक ट्रस्ट को फेमस डायरेक्टर मीरा नायर के परिवार ने शुरू किया था, मीरा नायर ने भी एक से बढ़कर एक फिल्मों का निर्माण किया है।
एनजीओ दिल्ली-एनसीआर के सड़क पर रहने वाले और काम करने वाले बच्चों को सपोर्ट करती है। अक्टूबर 2024 में प्रोड्यूसर गुनीत मोंगा बतौर एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर इस फिल्म से जुड़ी थीं। इसके बाद नवंबर 2024 में एक्ट्रेस मिंडी केलिंग और जनवरी 2025 में प्रियंका चोपड़ा जोनस ने इस फिल्म कोई जॉइन किया।
फिल्मों में आने से पहले करती थी ये काम
अनुजा के किरदार में नजर आने वाली सजदा की ये दूसरी फिल्म है। इससे पहले वो साल 2023 में द ब्रेड नाम की फिल्म में नजर आ चुकी हैं। इंडिया करंट की खबर के अनुसार, फिल्मों में आने से पहले सजदा काफी गरीबी में जीवन बिता रही थीं। फिल्म के डायरेक्टर ने अपने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘वह दिल्ली में एक हनुमान मंदिर के बाहर भीख मांगती थीं, इससे पहले कि सलाम बालक ट्रस्ट का कोई व्यक्ति उनकी मदद के लिए आगे आता।’