रेलवे ओवरब्रिज पूर्ण नहीं होने से आवागमन में परेशानी, 7-8 बरस से हो रहा है निर्माण, जिला प्रशासन ने हफ्ते भर में काम चालू होने का किया था दावा, नेताओं ने डीआरएम से मुलाकात की थी, नतीजा कुछ नहीं

जांजगीर-चाम्पा. जांजगीर और चाम्पा में बन रहे रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण पिछले 7-8 साल से लटका है. जांजगीर के खोखसा फाटक के रेलवे ओवरब्रिज का काम तो केवल रेलवे ट्रैक का ही बचा है. रेलवे ओवरब्रिज के पूर्ण नहीं होने से राहगीरों की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं.
एक माह पहले सांसद गुहराम अजगले और विधायक नारायण चन्देल ने डीआरएम से मुलाकात की थी, तब काम शुरू होने की बात कही गई थी.
यहां तक कलेक्टर ने हफ्ते भर के भीतर रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण शुरू होने का दावा किया था, लेकिन काम शुरू नहीं हुआ और दावे की हवा निकल गई.
ऐसे में एनएच-49 मार्ग होने और रेलवे ओवरब्रिज का काम बरसों से अटके होने से आवागमन में लोगों को भारी दिक्कतें होती हैं. फाटक बंद रहने की स्थिति में अस्पताल जा रहे मरीजों की परेशानी बढ़ जाती है.
विधायक नारायण चन्देल ने निर्माण नहीं होने को गंभीर मामला माना है. उनका कहना है कि मुलाकात में डीआरएम ने काम चालू होने की बात कही थी, लेकिन उसके बाद काम चालू नहीं होना एक बड़ी समस्या है. जांजगीर और चाम्पा रेलवे ओवरब्रिज का काम 7-8 साल से अटका है.
कांग्रेस के नेताओं ने भी की थी मुलाकात
कांग्रेस नेताओं ने बिलासपुर जाकर डीआरएम से मुलाकात की थी, तब भी रेलवे के द्वारा काम शुरू करने की बात कही थी, लेकिन यहां भी ढाक के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ हो रही है.
रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण शुरू होने को लेकर चारों ओर से दावे किए गए. बीजेपी और कांग्रेस के दावे के बाद कलेक्टर ने हफ्ते भर में काम चालू होने की बात कही थी, लेकिन इन दावों के सिवाय काम कुछ नहीं हुआ. लिहाजा, आवागमन करने वाले लोग परेशान हैं.



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