23 साल की उम्र में बने IFS, पहली बार में ही पास कर ली UPSC, जानें क्या है सक्सेस की कहानी..

Success Story : वैभव गोंडाने मूलत: महाराष्ट्र के पुणे के रहने वाले हैं. उन्होंने साल 2018 में ऑल इंडिया 25वीं रैंक के साथ यूपीएससी क्लियर किया था. यह उनका पहला अटेम्प्ट था. यूपीएससी का रिजल्ट आया तो उनकी उम्र 23 साल थी. वह इतनी कम उम्र में भारतीय विदेश सेवा अधिकारी बन चुके थे.



 

 

 

 

रिपोर्ट्स के अनुसार वैभव ने अपने विभिन्न इंटरव्यू में बताया है कि उन्होंने यूपीएससी की तैयारी 10वीं क्लास से ही शुरू कर दी थी. बचपन से ही उनका सपना आईएएस अधिकारी बनने का था. यूपीएससी के बारे में वैभव कहते हैं कि इास परीक्षा को पास करने का विचार भी किसी के मन में आए तो मान लेना चाहिए कि वह बहुत हिम्मती है.

 

 

 

एग्जाम तैयारी के बारे में वैभव सलाह देते हैं कि यूपीएससी सिविल सेवा की तैयारी का विचार आया तो अगला कदम टाइम टेबल डिजाइन करना होना चाहिए. रिपोर्ट्स के अनुसार वह बताते हैं कि जब कॉलेज में पढ़ाई करते थे तो क्लास खत्म होने के बाद किसी एक्स्ट्रा एक्टिविटी के लिए नहीं रुकते थे क्योंकि उनकी प्राथमिकता अलग थी.

 

 

 

 

वैभव का यह भी मानना है कि सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वालों के पास मोटिवेशन होना जरूरी है. यह परीक्षा सेल्फ मोटिवेशन और पढ़ाई की बदौलत ही इस परीक्षा को पास किया जा सकता है. इसके लिए बेहतरीन रणनीति और समर्पण की जरूरत होती है.

 

 

 

 

वैभव यूपीएससी की तैयारी के लिए एक 50% -50% फॉर्मूला बताते हैं. जिसमें 50% रीडिंग के जरिए और 50% तैयारी नोट्स मेकिंग, आंसर राइटिंग, मॉक टेस्ट और अखबार के जरिए की जा सकती है. इस तरह तैयारी को दो हिस्सों में बांट दिया जाए तो बेहतर किया जा सकता है.

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