नालों पर बनाए जा रहे चेकडेम, खेतों को मिलेगा भरपूर पानी, नालों के संरक्षण से होगा गांव, ग्रामीण का विकास

जांजगीर-चांपा. राज्य शासन की महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी के तहत नरवा विकास योजना के तहत ब्रशवुड, बोल्डर, गेवियन चेकडेम बनाने का काम जिले में शुरू किया गया है। इसके बनने के बाद गांव का पानी गांव में रूकेगा, गिरता हुआ भूजल स्तर बढ़ेगा। बहते पानी को नाले में रोकने के बाद उस पानी का उपयोग कृषि कार्यों में किया जाएगा और इससे गांव, ग्रामीणों का विकास होगा। नालों के संरक्षण के लिए वर्तमान में ब्रशवुड चेकडेम ग्राम पंचायत तुलसी, गंगाजल, अकलतरी, बोकरेल, चंडीपारा, अमरताल, पकरिया लटिया आदि ग्राम पंचायतों में किया जा रहा है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी तीर्थराज अग्रवाल ने बताया कलेक्टर जेपी पाठक के मार्गदर्शन में जिले में नरवा विकास कार्यक्रम चल रहा है। उन्होंने जल संसाधन विभाग, जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी, अन्य विभागीय अधिकारी, सहित तकनीकी अमले को निर्देश दिए हैं, कि नालों के उपचार हेतु जो कार्य स्वीकृत किए गए हैं, उन्हें शुरू किया जाए और चल रहे कार्यों की सतत मॉनीटरिंग की जाए। नालों के संरक्षण के होने से कृृषि कार्य व पशु-पक्षियों के लिए पर्याप्त जल उपलब्ध रहेगा। सीईओ जिपं ने बताया कि जिले में बेहतर जल संरक्षण की दिशा में कार्य हो और ग्रामीणों को बाहरमासी पानी मिल सके इसके लिए जिले में सुराजी गांव योजना के तहत 9 विकासखण्ड में चयनित 89 नालों जिसमें 87 नाले राजस्व गांव एवं 2 नाले वन गांव के शामिल है। नालों की कुल लंबाई 827.65 किलोमीटर निर्धारित की गई है। इन नालों से 2.56 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल के लिए पानी मिलेगा। वर्तमान में ब्रशवुड चेकडेम, लूज बोल्डर चेकडेम, गेवियन चेकडेम, अर्दन गली प्लग के निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। नालों के संरक्षण करने से जहां मनरेगा के मजदूरों को गांव में ही रोजगार मिलेगा तो वहीं दूसरी ओर जल संरक्षण होने से नालों के आसपास किसान दोहरी फसल, सब्जी-बाड़ी जैसे कृषि कार्य कर सकेंगे तो वहीं मछली पालन का काम भी इसमें किया जा सकेगा। इससे ग्रामीणों के लिए रोजगार उपलब्ध होगा और उनकी आय में वृद्धि होगी।
ब्रशबुड चेकडेम का काम शुरू
नालों के पानी को रोकने के लिए ब्रशबुड तकनीक बेहद पुरानी है। इससे गांव के बहने वाले पानी को रोकने के लिए बांस, बेशरम की झाड़ी अथवा अन्य झांड़ियों का उपयोग किया जाता है। इसके बनने के बाद नाले में बहने वाली पत्तियां धीरे-धीरे जमती जाती है और यह चेकडेम ठोस होता जाता है। वर्तमान में इस तरह के ब्रशवुड चेकडेम का निर्माण नवागढ़ जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत तुलसी, गंगाजल, अकलतरी में ब्रशवुड चेक डेम का काम शुरू किया गया है। इसी तरह बलौदा विकासखण्ड के बोकरेल गांव में ब्रशवुड चेकडेम का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। वहीं जावलपुर में यह काम प्रगति पर है। अकलतरा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत साजापाली में अर्दन गली प्लग, पकरिया लटिया, अमरताल, झलमला ग्राम पंचायत में ब्रशवुड चेकडेम का निर्माण किया जा रहा है। पामगढ़ विकासखण्ड के ग्राम पंचायत चंडीपारा के चंडीपारा में काम चल रहा है। इसके अलावा डभरा, मालखरौदा, सक्ती, जैजैपुर, बम्हनीडीह विकासखण्ड में भी काम शुरू किया गया है।



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