सामुदायिक और हितग्राहीमूलक कार्यों से गांवों में स्थायी परिसंपत्तियों का निर्माण, मनरेगा में आजीविका संवर्धन के हो रहे हैं अनेक काम, जिले में 545 पंचायतों में काम शुरू, 1.34 लाख श्रमिकों को रोजगार

जांजगीर-चांपा. जिले में व्यापक स्तर पर शुरू किए गए मनरेगा कार्यों से आजीविका संवर्धन के अनेक कार्य हो रहे हैं। सामुदायिक और हितग्राहीमूलक दोनों तरह के कार्यों से गांवों में बड़ी संख्या में स्थायी परिसंपत्तियों का निर्माण हो रहा है।
कलेक्टर जेपी पाठक के मार्गदर्शन में जिले की 545 ग्राम पंचायतों में अभी मनरेगा के अंतर्गत काम चल रहे हैं। इन कार्यों से जिले के एक लाख 34 हजार मजदूरों को सीधा रोजगार मिला हुआ है।
मनरेगा के तहत अभी गांवों में तालाब गहरीकरण, डबरी निर्माण, गोठान और नाला निर्माण जैसे कार्य बड़ी संख्या में लिए गए हैं। कोविड-19 का संक्रमण रोकने सभी कार्यस्थलों में सामाजिक और शारीरिक दूरी बरतते हुए काम कराए जा रहे हैं। काम शुरू करने के पहले मजदूरों के हाथ सैनिटाइजर, हैंडवाश या साबुन से धुलवाए जा रहे हैं। मुंह ढंकने के लिए श्रमिक मास्क या गमछे का उपयोग कर रहे हैं। काम की माँग को देखते हुए कई गांवों में एक से ज्यादा काम शुरू किए गए हैं।
[su_heading]इस खबर को भी देखिए…[/su_heading]
[su_youtube url=”https://youtu.be/2UvLM_XfQF0″]
जांजगीर-चांपा में 5200 कार्य स्वीकृत –
जॉबकॉर्डधारी परिवारों द्वारा काम की व्यापक मांग को देखते हुए जांजगीर-चांपा जिले में 5200 कार्यों की स्वीकृति दी गई है। इनमें जल संरक्षण एवं जल संचय के कार्यों को प्राथमिकता से शामिल किया गया है। जिले में जल संरक्षण एवं जल संवर्धन के 535 कार्यों में एक लाख 23 हजार 699 मजदूर कार्य कर रहे हैं। आँगनबाड़ी एवं अन्य ग्रामीण अधोसंरचना के 12 कार्यों में 242 मजदूर, सूखारोधन के 30 कार्यों में -1,212 मजदूर, सूक्ष्म सिंचाई के आठ निर्माण कार्यों में 224 मजदूर, ग्रामीण सड़क संपर्क के 25 कार्यों में- 4,846 मजदूर, रुरल सेनिटेशन के 15 कार्यों में 170 मजदूर काम कर रहे हैं, वहीं हितग्राहीमूलक कार्यों के अंतर्गत पड़त भूमि की भू-उत्पादकता बढ़ाने हितग्राहियों की निजी भूमि पर भूमि सुधार के 57 कार्य शुरु किये गये हैं जिनमें 2,644 मजदूर कार्यरत हैं। साथ ही कूप, पशु-शेड, डबरी, नोडेप जैसे 379 व्यक्तिमूलक कार्यों में 1,549 मजदूरों को रोजगार मिला है।
जिले में स्वीकृत 335 गौठानों में से 144 में मनरेगा अंतर्गत निर्माण कार्यों को पूर्ण कर लिया गया है। वहीं 180 गौठानों के कार्य प्रगति पर हैं। इसी तरह नरवा के तहत 87 नालों में 865 कार्यों की स्वीकृति दी गई है, जिसमें से 190 कार्य पूर्ण किए जा चुके हैं और 246 प्रगतिरत हैं। इन नालों के पुनरुद्धार के लिए ब्रशबुड चेकडेम, लूज बोल्डर, परकोलेशन टैंक, गैबियन संरचना, डाइकवॉल, गली प्लग जैसे कार्य किए जा रहे हैं।
1.34 लाख श्रमिकों को रोजगार –
जांजगीर-चांपा जिले की नौ जनपद पंचायतों की -545 ग्राम पंचायतों में मनरेगा के कार्य संचालित हैं। इनमें एक लाख 34 हजार श्रमिक कार्यरत हैं। नवागढ़ जनपद पंचायत में 134 कार्यों में 21 हजार 687 मजदूर काम कर रहे है। डभरा जनपद पंचायत में 110 कार्यों में 16 हजार 789 मजदूर, मालखरौदा जनपद पंचायत में 114 कार्यों में 15 हजार 697 मजदूर, जैजैपुर जनपद पंचायत में 131 कार्यों में 14 हजार 600 मजदूर, पामगढ़ जनपद पंचायत में 103 कार्यों में 13 हजार 950 मजदूर, अकलतरा जनपद पंचायत में 135 कार्यों में 13 हजार 476 मजदूर, बलौदा जनपद पंचायत में 96 कार्यों में 13 हजार 85 मजदूर, सक्ती जनपद पंचायत में 156 कार्यों में 12 हजार 709 मजदूर एवं बम्हनीडीह जनपद पंचायत में 82 कार्यों में 12 हजार 593 श्रमिक काम कर रहे हैं।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तीर्थराज अग्रवाल द्वारा इन कार्यों का सतत् निरीक्षण किया जा रहा है और निर्माण कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित की जा रही है।



error: Content is protected !!