जांजगीर-चांपा. नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी के तहत रोका-छेका परंपरा अनुसार पशुओं को खुले में चराई के नियंत्रण के लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने प्रति गौठान के लिए 40 हजार रूपए के हिसाब से जारी किये थे, जिसे जिला पंचायत द्वारा 150 गौठानों के लिए 60 लाख रूपए की राशि जनपद पंचायतों के खाते में भेजा गया है। इस राशि का उपयोग गौठान के सुचारू रूप से रखरखाव एवं संचालन पर खर्च किया जाएगा।
जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी तीर्थराज अग्रवाल ने बताया कि पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से गौठान के रखरखाव एवं संचालक के लिए प्रथम किस्त के रूप में 60 लाख रूपए प्राप्त हुए हैं। प्रत्येक गौठान में 40 हजार रूपए के मान से राशि प्राप्त हुई है। जिले को प्राप्त राशि 150 गौठान में खर्च की जाएगी। इसमें प्रथम चरण की 139 एवं द्वितीय चरण की 11 गौठान शामिल है। राशि मिलने के उपरांत जनपद पंचायतों के लिए 60 लाख रूपए जारी किए गए है। इनमें जनपद पंचायत अकलतरा की 12 गौठान के लिए 4 लाख 80 हजार रूपए, जनपद पंचायत बलौदा की 13 गौठान के लिए 5 लाख 20 हजार रूपए, जनपद पंचायत बम्हनीडीह की 12 गौठान के लिए 4 लाख 80 हजार रूपए जारी किए गए हैं। इसी प्रकार जनपद पंचायत डभरा की 18 गौठानों के लिए 7 लाख 20 हजार रूपए, जनपद पंचायत जैजैपुर की 26 गौठानों के लिए 10 लाख 40 हजार रूपए, जनपद पंचायत मालखरौदा की 19 गौठान के लिए 7 लाख 60 हजार रूपए, नवागढ़ जनपद पंचायत की 15 गौठान के लिए 6 लाख रूपए दिए गए हैं। तो वहीं जनपद पंचायत पामगढ़ की 13 गौठान के लिए 5 लाख 20 हजार रूपए एवं जनपद पंचायत सक्ती की 22 गौठान के लिए 8 लाख 80 हजार रूपए जारी किए गए है। यह राशि गौठान के रखरखाव एवं संचालन पर ही खर्च की जाएगी।