खरीफ फसल के लिए बायीं तट से 1 जुलाई और दाहिने तट नहर से 6 जुलाई से पानी छोड़ने का निर्णय, कलेक्टर की अध्यक्षता में हुई जिला जल उपयोगिता की बैठक

जांजगीर चांपा. कलेक्टर यशवंत कुमार की अध्यक्षता में आज संपन्न जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक में आगामी खरीफ फसल के लिए बायीं तट की नहर से 1 जुलाई और दायीं तट से 6 जुलाई से नहरों में पानी छोड़ने का निर्णय लिया गया । कलेक्टर ने आगामी रबी मौसम में रबि फसल का क्षेत्राच्छादन 40 हजार हेक्टेयर से बढ़ाकर एक लाख हैक्टेयर करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक में विधायक सर्व केशव चंद्रा और सौरभ सिंह के अतिरिक्त जिले के प्रगतिशील किसान संघ के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।

बैठक को संबोधित करते हुए कलेक्टर यशवंत कुमार ने जिले में सिंचाई की पर्याप्त व्यवस्था के मद्देनजर रबी फसल का रकबा 40 हजार हेक्टेयर से बढ़ाकर 1 लाख हक्टेयर करने कार्य योजना बनाने के निर्देश उप संचालक कृषि को दिए। कलेक्टर ने कहा कि कृषि विभाग जिले के किसानों की सहमति से धान के अलावा अन्य लाभदायक फसलों की खेती को बढ़ावा देने कार्य करें
कलेक्टर ने कहा कि नहरों द्वारा सिंचाई में फसलों में पानी रूकने की समस्या के समाधान के लिए किसानों की सहमति से खेतों में ढलान बनाने की कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि इस कार्य की मनरेगा से स्वीकृति की कार्यवाही की जाएगी । कलेक्टर ने रवि फसल को बढ़ावा देने अधिक से अधिक किसानों को प्रेरित करने के निर्देश दिया । उन्होंने मक्का सहित ऐसी रवि फसलें जिसमें पानी को अधिक आवश्यकता होती है को प्रोत्साहित करने कहा ।
हसदेव बांगो बांध में 85 प्रतिशत जल भराव-
बैठक में बताया गया कि हसदेव बांगो बांध का जल भराव 85 प्रतिशत हो चुका है।बांध में पर्याप्त पानी उपलब्ध है। समिति द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार खरीफ फसल के लिए हसदेव बांगो बायी तट नहर से चांपा,सक्ती और खरसिया क्षेत्र के लिए 1 जुलाई और दायीं तट नहर से अकलतरा, नवागढ़ और जांजगीर क्षेत्र के लिए 6 जुलाई से पानी छोड़ने का निर्णय लिया गया।
खाद, बीज का प्रर्याप्त भंडारण-
बैठक में बताया गया कि जिले के किसानों के लिए खाद की पर्याप्त व्यवस्था है। डबल लॉक में 8 हजार मेट्रिक टन खाद का भंडारण हो चुका है। जिले में लक्ष्य का 85 प्रतिशत खाद का भंडारण किया जा चुका है। 26 हजार मैट्रिक टन खाद समिति को वितरित किया जा चुका है। कलेक्टर ने खाद का वितरण करते समय किसानों से उनका मृदा हेल्थ कार्ड का भी अवलोकन करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को यह मालूम होना चाहिए कि उनकी खेत में किस खाद की कितनी जरूरत है।
इसी प्रकार बैठक में बताया गया कि जिले में 82 हजार क्विंटल बीज के भंडारण के लक्ष्य के विरूद्ध 71 हजार क्विंटल बीज का भंडार किया जा चुका है।
बीज गुणवत्ता नियंत्रण की जवाबदारी विज निगम प्रबंधक को-
कलेक्टर ने जिले में अमानक बीज की शिकायत को दूर करने इसकी गुणवत्ता गुणवत्ता करने का दायित्व बीज निगम प्रबंधक को सौंपा है। कलेक्टर ने बीज निगम प्रबंधक को निर्देशित कर कहा है कि वे बीज प्रमाणीकरण समिति से समन्वय कर प्रतिवेदन देंगे कि किसी समिति द्वारा आपूर्ति किए गए बीज की गुणवत्ता में किन कारणें कमी आई। उन्होंने बीज उत्पादक समितियों को बीज के रखरखाव और उनकी गुणवत्ता सुनिश्चित करने संबंधी जानकारी भी समिति को देने के निर्देश बीज निगम प्रबंधक को दिए।
केनाल गेट की रखवाली हेतु समिति बनाएं-
कलेक्टर ने नहरों में लगे लोहे के गेट की चोरी होने और पानी का अत्यधिक बहाव होने से फसल नुकसान की शिकायत पर प्रत्येक गांव में किसानों की एक-एक समिति बनाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि समिति गेट चोरी करने वालों को पकड़े और उसकी सूचना दें। उन्होंने कहा कि गेट चोरों के विरुद्ध तत्काल एफ.आई.आर दर्ज कराने की कार्रवाई की जाएगी।
इसके पूर्व बैठक में कार्यपालन अभियंता सिंचाई श्री साव द्वारा जिला जल उपयोगिता समिति की गत 21 अक्टूबर 2019 को संपन्न बैठक में लिए गये निर्णय का पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया।
बैठक में जिला पंचायत सीईओ तीर्थराज अग्रवाल,अपर कलेक्टर एसएस पैकरा, जिला पंचायत उपाध्यक्ष राघवेंन्द्र प्रताप सिंह, जिला पंचायत सदस्य राज कुमार साहू, कार्यपालन अभियंता सिंचाई साव, उपसंचालक कृषि तिग्गा, प्रगतिशल कृषक सर्व दुष्यंत कुमार सिंह, ब्यासनारायण कश्यप, राजशेखर सिंह, संदीप तिवारी आदि उपस्थित थे ।



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