जांजगीर-चांपा. महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के माध्यम से जिले में वृहद पैमाने पर पौधरोपण कर जिले में हरियाली लाई जाएगी। विभिन्न प्रजाति के 8 लाख 73 हजार फलदार एवं छायादार पौधे लगाने की स्वीकृति वन विभाग, रेशम विभाग को मनरेगा के माध्यम से दी गई है। यह पौधे सार्वजनिक स्थानों, सरकारी स्कूल, कॉलेज, भवनों, सड़क किनारे, गौठान, चारागाह, ब्लॉक प्लांटेशन, सहित उन स्थानों पर भी लगाए जाएंगे जहां पर सरकारी जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया है। पौधरोपण होने के दौरान मनरेगा के पंजीकृत परिवारों को काम भी मिलेगा और आगामी वर्षों में इन फलदार वृक्षों से महिला स्व सहायता समूहों, ग्रामीणों की आजीविका भी निर्मित होगी।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी तीर्थराज अग्रवाल ने बताया कि पर्यावरण को प्रदूषण बचाने के लिए और उसे सुरक्षित रखने के लिए जरूरी है कि पौधरोपण किया जाए। इससे आसपास का वातावरण स्वच्छ रहेगा। इसलिए प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी बारिश में पौधे लगाने का काम बड़े पैमाने पर कलेक्टर एवं जिला कार्यक्रम समन्वयक यशवंत कुमार के मार्गदर्शन में किया जाएगा। पौधरोपण किए जाने के पूर्व गड्ढे खोदने की तैयारियां चल रही हैं। जिपं सीईओ ने बताया कि क्रियान्वयन एजेंसी रेशम विभाग के माध्यम से 238 हेक्टयेर में 7 लाख 37 हजार पौधे रोपे जाएंगे। वन विभाग के द्वारा 1 लाख 35 हजार 300 के करीब पौधे लगाए जाएंगे। इसके अलावा ग्राम पंचायत के माध्यम से गौठान एवं चारागाह में भी पौधरोपण होगा। तो वहीं उद्यानिकी विभाग को 2 लाख 25 हजार पौधे तैयार करने की मंजूरी दी है, जिन्हें अगले वर्ष पौधरोपण करने के लिए लिया जाएगा। पौधरोपण के दौरान मनरेगा के पंजीकृत जॉबकार्डधारी परिवारों को बारिश के मौसम में भी रोजगार प्राप्त होगा।
रेशम विभाग से होगा अर्जुन पौधरोपण
मनरेगा से 7 लाख 37 हजार पौधे की मंजूरी रेशम विभाग को अर्जुन के पौधरोपण करने के लिए दी है। इसमें मनरेगा के साथ ही रेशम विभाग भी अपनी विभागीय मद से भी राशि खर्च करेगा। अर्जुन के पौधरोपण होने से जिले में कोसा का उत्पादन बढ़ेगा, जिससे आगामी वर्षों में कोसा कारोबार से जुड़े लोगों के लिए रोजगार प्राप्त होगा। रेशम विभाग के माध्यम से 238 हेक्टेयर क्षेत्र में अर्जुन के पौधे जनपद पंचायत अकलतरा, बलौदा, सक्ती, जैजैपुर, पामगढ़, नवागढ़, मालखरौदा में लगाए जाएंगे, जिन्हें ब्लाक प्लाटेंशन के रूप में विकसित किया जाएगा।
वन विभाग नहर किनारे लगाएगा पौधे
क्रियान्वयन एजेंसी वन विभाग के माध्यम से पौधों की नर्सरी तैयार की गई है। पौधे तैयार होने के उपरांत बलौदा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले नैला से पकरिया नहर किनारे 10 किलोमीटर क्षेत्र में 10 हजार पौधे एवं सक्ती क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली मसनिया से डुडगा नहर के किनारे 10 किलोमीटर क्षेत्र में 10 हजार विभिन्न प्रजाति जिसमें नीम, आम, पीपल, बरगद, इमली शामिल हैं। इसके अलावा 1 लाख 33 हजार के करीब पौधे नीम, शीशम, मुनगा, सीताफल, इमली, आम, नीबू, जामुन, अमलवास, कटहल, करंज, गुलमोहर, अमरूद, आंवला, कोसम, महुआ आदि छायादार एवं फलदार पौधे गौठान एवं चारागाह में रोपे जाएंगे।
उद्यान विभाग बनाएगा नर्सरी
उद्यान विभाग के माध्यम से आगामी वर्ष के लिए नर्सरी तैयार करने के लिए 2 लाख 25 हजार पौधे की स्वीकृति दी है। सीताफल, पपीता फल, मुनगा के साथ ही गुलमोहर, पेल्टाफार्म के पुटपुरा, अमोरा, मुड़पार, चारपारा, करनौद, डोड़की, कचंदा, भुतहा, चुरतेली की नर्सरी में तैयार किए जा रहे हैं।