बिलासपुर. कोरोना संक्रमण के चलते पूरा देश पिछले 72 दिनों से ज्यादा लॉकडाउन के दौर से गुजर रहा है, जिसके चलते यह संक्रमण वैश्विक महामारी में तब्दील हो गया. मार्च-अप्रैल के महीने में शादियों का सीजन और इससे जुड़े सभी प्रकार के बाजार व्यवसाय सब ठप पड़ गया, पर जैसे ही संक्रमण का दौर कुछ कम हुआ है. कुछ प्रदेशों को लॉकडाउन से छूट मिली तो है और विशेष शर्तों के तहत नियमित संख्या में किसी भी प्रकार का मांगलिक कार्य कर सकते हैं.
ऐसा ही कुछ बिलासपुर में भी चल रहा है, किन्तु जो भी गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन का करने वाले लोग हैं, उनके लिए अपनी बेटे बेटियों की शादी करना इतना आसान नहीं है. बिलासपुर रोट्री क्वींस, जो लॉकडाउन में भी सभी प्रकार की मदद देने में आगे आते रहे हैं तो इस काम में पीछे कैसे हो सकते थे. क्वींस ने पहले 15 जरूरतमंद महिलाओं को पिंक ऑटो दिया था और आज इन्ही पिंक ऑटो चालक में से लक्ष्मी कौशिक की बेटी राजनन्दनी का विवाह 9 जून को होना है.
इस समस्या को आरक्षक मनीषा यादव ने क्वींस को बताई और क्वींस, उनकी बेटी के विवाह संबंधी वस्तुओं की व्यवस्था में लग गए, लगभग 17100/-हजार नगद के साथ घरेलु समान की व्यवस्था की गई. वैसे तो हर माँ बाप अपनी बेटी की विवाह कि तैयारी जन्म से करना प्रारंभ करते है, पर वैश्विक महामारी के चलते यकीनन ऐसे बहुत से माँ-बाप होंगे, जो अपने घर के मांगलिक कार्य का सपना देखे होंगे, पर उसे पूरा कर पाने में आज वे अपने आपको अक्षम पा रहे होंगे, फिर भी नेकी की राह पर चलकर जिस तरह आज रोट्री क्वींस ने एक बेटी की हाथो में महेंदी लगवाने अपनी सहायता दी है. वैसे ही अगर हर सामर्थ्यवान थोड़ा-थोड़ा मदद को आगे आयेंगे तो निश्चित ही इस वैश्विक महामारी में बेटियों के घर बारात भी आएगी और उनके हाथों की महेंदी की लालिमा भी बढ़ेगी. कोरोना ने सिर्फ लोगों को बीमार बस नहीं किया है, लोगों के सपनों को भी बीमार कर दिया है. ऐसे समय में रोट्री क्वींस ने एक कन्य की शादी में मददगार साबित होना मतलब, ‘इंडिया विल स्माइल, फिर से भारत मुस्कुराएगा’ क्वींस के इस कार्यक्रम को महिला थाना प्रांगण में किया गया.
इस मौके पर प्रेसिडेंट पायल लाठ, मनीषा जैसवाल, स्वाति श्रीवास्तव, अरुणा अग्रवाल, डीएसपी निमिषा पांडे, आरक्षक मनीषा यादव उपस्थित थीं.