सीनियर्स की रैगिंग से परेशान जूनियर डॉक्टर भागवत देवांगन के सुसाइड का मामला, छग के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को लिखी चिट्ठी, पढ़िए…

जांजगीर-चाम्पा. नगर पंचायत राहौद के होनहार जूनियर डॉक्टर भागवत देवांगन के सुसाइड के मामले को छग के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने संज्ञान में लिया है और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को चिट्ठी लिखकर रैगिंग की घटना की जांच और दोषियों पर कठोर कार्रवाई करने की बात कही है.
आपको बता दें, राहौद के जूनियर डॉक्टर भागवत देवांगन, जबलपुर के मेडिकल कॉलेज में आर्थोपेडिक में पढ़ाई कर रहे थे. यहां सीनियर्स, उन्हें लगातार रैगिंग करके प्रताड़ित कर रहे थे. इस बीच वे एक माह की छुट्टी में घर आ गए थे. परिजन ने मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को रैगिंग को लेकर अवगत कराया था. छुट्टी के बाद, 25 सितंबर को वह जबलपुर पहुंचा और रैगिंग से परेशान होकर 1 अक्टूबर को हॉस्टल के कमरे में फांसी लगा ली.

परिजन, जूनियर डॉक्टर के शव को लेकर आए और 3 अक्टूबर को अंतिम संस्कार के पहले परिजन और स्थानीय लोगों ने सड़क पर बैठकर प्रदर्शन किया. यहां राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर रैगिंग लेने वाले 5 सीनियर्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई.
इस मामले में जूनियर डॉक्टर के परिजन और लोग, ‘जस्टिस फॉर डॉक्टर भागवत देवांगन’ की बात कहते न्याय की मांग कर रहे हैं और मुहिम छेड़ दी है. घटना के बाद लोगों में आक्रोश है.
इस मामले को छग के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने संज्ञान में लिया है और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है. इस मामले में जांच कर दोषियों पर कठोर कार्रवाई करने की बात उन्होंने लिखी है.
छग के स्वास्थ्य मंत्री के चिट्ठी लिखने के बाद जूनियर डॉक्टर भागवत देवांगन के परिजन के मन में न्याय की आस जगी है.
अभी तक इस मामले में मप्र सरकार और जबलपुर पुलिस का सुस्त रवैया ही सामने आया है. देखना है कि छग के स्वास्थ्य मंत्री की चिट्ठी के बाद मप्र सरकार, इस मामले में जागती है कि नहीं ?



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