राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर स्कूलों में आयोजित हुई बच्चों के मध्य विविध प्रतियोगिताएं, देश के प्रथम केन्द्रीय शिक्षामंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती मनाई गई

रायपुर. देश के प्रथम केन्द्रीय शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती को आज राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया गया।
इस अवसर पर राज्य के स्कूलों में बच्चों के मध्य ऑनलाइन निबंध, कविता, चित्रकला, जनजागरूकता संदेश, गीत, रंगोली, वीडियो निर्माण, स्लोगन प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। प्रतियोगिता में 11 तारीख, 11वां माह विषय पर निबंध और मेंटी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले 11 बच्चों को प्रमाण-पत्र दिया जाएगा।
स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देश पर आज राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के मौके पर उक्त प्रतियोगिता का आयोजन पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम के अंतर्गत गठित शिक्षकों के प्रोफेशनल लर्निंग ग्रुप के द्वारा किया गया। कम्युनिटी के साथ शिक्षा के महत्व पर आपस में वेबीनार एवं परिचर्चा की गई।
भिलाई के शासकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल सेक्टर-6 की शिक्षिका सुश्री नीता त्रिपाठी के मार्गदर्शन में मरोदा सेक्टर में संचालित मोहल्ला क्लास में बाल गतिविधियों का आयोजन किया गया। इसमें निबंध लेखन, ग्रीटिग कार्ड, पपेट, कविता वाचन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। बच्चों में पपेट के माध्यम से अपने विचारों को व्यक्त किया। शिक्षक द्वारा बच्चों को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के महत्व और प्रथम शिक्षा मंत्री के जीवन और उनके महत्वपूर्ण योगदानों से अवगत कराया गया।
इसी प्रकार का आयोजन सुकमा जिले के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय झापरा, दंतेवाड़ा जिले की शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बारसुर, एमआरडी शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय धमतरी, ज्ञान ज्योति क्लब कोरबा सहित प्रदेश की अन्य शैक्षणिक संस्थाओं में किया गया।
कोविड के दौरान अपने आस-पास बच्चों के सीखने की स्थिति, विशेषकर बालिकाओं का सीखना जारी रखने संबंधी स्थिति का अध्ययन, गतवर्ष की तुलना में इस वर्ष बालिकाओं के स्कूलों और प्रवेश की तुलनात्मक स्थिति, शालात्यागी बच्चों की जानकारी और अध्ययन जैसी गतिविधियों पर भी चर्चा की गई।



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