सर्वोत्तम दृष्टिबाधित शैक्षिक संस्था पुरस्कार से निःशक्तजन कल्याण सेवा समिति पामगढ़ सम्मानित

जांजगीर-चांपा. दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के प्रावधानों के तहत दिव्यांग जनों के शिक्षण प्रशिक्षण एवं पुनर्वास के क्षेत्र में करने वाले उत्कृष्ट स्वैच्छिक संस्थाओं को सर्वोत्तम शैक्षिक संस्था का राज्य स्तरीय पुरस्कार प्रदान किया जाता है। इसी कड़ी में जांजगीर-चांपा जिले के निशक्तजन कल्याण सेवा समिति पामगढ़ को दृष्टिबाधित दिव्यांगों के क्षेत्र में कार्य करने के लिए सर्वोत्तम शैक्षिक संस्था के रूप में राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया हैं।
छत्तीसगढ़ सरकार के कृषि एवं जैव प्रौद्योगिकी, पशुधन विकास, मछली पालन, जल संसाधन एवं आयाकट मंत्री रविंद्र चौबे ने संस्था के सचिव दूजे राम ज्योति एवं आजीवन संरक्षक श्रीमती भगवती ज्योति को पुरस्कार प्रदान किया। इस अवसर पर समाज कल्याण मंत्री श्रीमती अनीला भेड़िया भी उपस्थित थीं।
निशक्त जन कल्याण सेवा समिति पामगढ़ द्वारा दृष्टि एवं श्रवण बाधित बच्चों के शिक्षण, प्रशिक्षण के लिए दृष्टि एवं श्रवण बाधितार्थ आवासीय विद्यालय सन 1998 से संचालित की जा रही है। दिव्यांगों के लिए पहली से आठवीं कक्षा तक शिक्षण की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। दिव्यांगों के अनुकूल शिक्षा व्यवस्था और पाठ्य सहगामी क्रियाएं खेलकूद, सांस्कृतिक गतिविधियों में संस्था के छात्रों का चयन राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए हुआ है।
वर्तमान में 75 दृष्टि एवं श्रवण बाधित छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। विशेष शिक्षण विधि-प्रविधि का प्रयोग करते हुए 14 शिक्षक-शिक्षिकाओं द्वारा ब्रेल लिपि के माध्यम से अध्यापन कराया जाता है। छात्रों के शैक्षणिक गुणवत्ता एवं पाठ्यचर्या को समुचित संचालन के लिए विद्यालय का चयन दृष्टिबाधित निशक्त जनों के लिए कार्यरत सर्वोत्तम दृष्टि बाधित शैक्षिक संस्थान के रूप में किया गया।



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