जांजगीर-चाम्पा. नवागढ़ थाना क्षेत्र के महन्त गांव में गोठान के लिए सरकारी जमीन से कब्जा हटाने के वक्त ग्रामीण, अचानक आक्रोशित हो गए और सरपंच पति, एक अन्य ग्रामीण से मारपीट की और मौके पर पहुंचे अधिकारी-कर्मचारियों से धक्कामुक्की कर दुर्व्यहार किया.
इस दौरान एक ग्रामीण आक्रोशित हो गया और खुद पर पेट्रोल छिड़क लिया. पेट्रोल के छींटे, तहसीलदार और दूसरे अधिकारियों पर भी पड़ी. कांग्रेस के एक नेता की गाड़ी के कांच को भी तोड़ा गया है.
मामले में नवागढ़ पुलिस ने 18 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. आरोपियों में 11 महिला और 7 पुरूष हैं. आरोपियों में एक शिक्षाकर्मी भी है.
जब विवाद हुआ, उस वक्त नवागढ़ तहसीलदार, जनपद सीईओ और तकनीकी सहायक भी मौजूद थे. अफसरों की मौजूदगी में मारपीट की घटना हुई. घटना की सूचना के बाद टीआई विवेक पांडेय, पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे. इसके बाद एसडीएम मेनका प्रधान और एसडीओपी दिनेश्वरी नन्द भी मौके पर पहुंची.
इसके बाद 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, इसमें मयाराम नट समेत अन्य लोग शामिल हैं. आरोपियों में एक शिक्षाकर्मी भी है.
एसडीओपी दिनेश्वरी नन्द ने बताया कि मामले में आईपीसी की धारा 186, 332, 147, 148, 294, 506 के तहत जुर्म दर्ज किया गया है और सभी 18 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. आरोपियों में 11 महिला और 7 पुरुष हैं. आरोपियों में एक शिक्षाकर्मी भी है. मामले में जांच की जा रही है.
जांजगीर एसडीएम मेनका प्रधान ने बताया कि महन्त गांव में गोठान के लिए जमीन पहले से चिन्हांकित है, उस जगह पर कब्जा किया गया था, जिसे तोड़ा गया है. प्रशासन की टीम पहुंची थी, उस दौरान एक ग्रामीण आक्रोशित हो गया और खुद पर पेट्रोल छिड़क लिया. पेट्रोल के छींटे, तहसीलदार और दूसरे अधिकारियों पर भी पड़ी. इसके बाद ग्रामीण, मारपीट पर उतर आए.
इन ग्रामीणों का महन्त गांव की बस्ती में घर है, फिर भी गोठान की आरक्षित जमीन पर कब्जा करके रखा हुआ था. एक शिक्षाकर्मी भी है, जो पूरे घटनाक्रम में शामिल रहा. इस घटना में कांग्रेस नेता की गाड़ी के कांच भी टूटे हैं.