बिलासपुर। Bilaspur News: नीति आयोग के बैनर तले 10 हजार से अधिक निजी व शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूलों में संचालित अटल टिंकरिंग लैब(एटीएल) के बीच बिलासपुर की अलग पहचान बनी है। यही कारण है कि इस पर फिल्म, विज्ञान फिल्म फेस्टिवल, डाक्यूमेंट्री, आलेख आदि के जरिए विज्ञान के प्रसार के लिए काम करने वाली व विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय से जुड़ी संस्था विज्ञान प्रसार की नजर पड़ी है।
विज्ञान प्रसार से जुड़ीं जेएनयू की प्रोफेसर डा. दीपशिखा फ्रांसिस छत्तीसगढ़ के तीन दिवसीय प्रवास पर 11 मार्च को आ रही हैं। वे यहां बिलासपुर एटीएल समेत प्रदेश के अन्य स्कूलों में संचालित एटीएल में किए गए नवाचार व आविष्कारों का निरीक्षण करेंगी। इस दौरे के पीछे विज्ञान प्रसार ने योजना स्पष्ट नहीं की है। लेकिन एटीएल से जुड़े जानकारों का कहना है कि संस्था की गतिविधियों के अनुसार विज्ञान फिल्म, डाक्यूमेंट्री, आलेख आदि तैयार कर इसे राष्ट्रीय स्तर पर प्रसारित करने की योजना होगी। प्रो. फ्रांसिस के आने पर भावी योजना की जानकारी मिल सकेगी।
250 सवालों का रहेगा पुलिंदा, हर एक सवाल का चाहिए जवाब
प्रो. फ्रांसिस के पास 250 सवालों का पुलिंदा होगा। इसके आधार पर एटीएल बिलासपुर समेत प्रदेश के अन्य एटीएल से इनपुट लिया जाएगा। प्रो. फ्रांसिस को हर सवालों का जवाब चाहिए। भविष्य के नवाचार को लेकर भी सवालों के जरिए महत्वपूर्ण जानकारी हासिल करेंगी। विज्ञान प्रसार की नजर एटीएल बिलासपुर पर पड़ी है। एटीएल बिलासपुर के बाल विज्ञानियों ने अटल कृषि मित्र, मोक्षा मशीन आदि आविष्कारों के जरिए राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पुरस्कार हासिल किए हैं और इनका व्यावसायिक इस्तेमाल भी जल्द शुरू होगी।
जवाहर लाल नेहरू विवि की प्रोफेसर डा. फ्रांसिस के छत्तीसगढ़ प्रवास पर आने की जानकारी मिली है। एटीएल के बाल विज्ञानियों के अलावा प्रभारी डा. धनंजय पांडेय से सीधे तौर पर रूबरू होंगी। बाल विज्ञानियों से नवाचार के संबंध में जानकारी लेंगी। अटल कृषि यंत्र को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा करेंगी।