छत्तीसगढ़ : प्रदेश में बिजली की दरें बढ़ाई गई, विद्युत नियामक आयोग ने नई दरों का ऐलान किया, जानिए…

रायपुर. प्रदेश में बिजली की दरें बढ़ा दी गई हैं। छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत नियामक आयोग ने नई दरों का ऐलान कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, औसत रूप से बिजली की दर प्रति यूनिट अड़तालीस पैसे बढ़ाई गई है। नई दरें एक अगस्त से लागू हो गई हैं। रायपुर में एक पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए आयोग के अध्यक्ष हेमंत वर्मा ने बताया कि वर्ष दो हजार इक्कीस-बाईस के लिए औसत विद्युत प्रदाय दर छह रूपये इकतालीस पैसे प्रति यूनिट होगी। जबकि, पिछले साल यह पांच रूपये तिरानवे पैसे थी। घरेलू उपभोक्ताओं के लिए पहले नियत प्रभार खपत के आधार पर लिया जाता था, लेकिन अब इसे कनेक्टेड लोड और टेलीस्कोपिक आधार पर लिया जाएगा।
आयोग द्वारा प्रस्तावित विद्युत दरों के अनुसार घरेलू उपभोक्ताओं के बिजली बिल में करीब ग्यारह से बारह प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी होने का अनुमान है। पांच हजार रूपये से ज्यादा के बिजली बिल का भुगतान अब ऑनलाइन करना होगा। गैर सब्सिडी वाले कृषि पंप को दिए जाने वाले उर्जा प्रभार में दस प्रतिशत की छूट को बढ़ाकर बीस प्रतिशत किया गया है। वहीं, ग्रामीण और अलग-अलग प्राधिकरण में संचालित हॉस्पिटल और नर्सिंग होम में उर्जा प्रभार में छूट को पांच से बढ़ाकर सात प्रतिशत किया गया है। पोहा और मुरमुरा मिलों को प्रचलित ऊर्जा प्रभार में पांच प्रतिशत की छूट प्रदान की गई है।
ऐसे टेक्सटाइल मिल जो कपड़े का निर्यात करते हैं, उनकी विद्युत दरों में भी कमी की गई है। मशरूम उत्पादकों को अन्य उद्योग की श्रेणी के स्थान पर एग्रीकल्चर एलाइड श्रेणी में शामिल कर राहत प्रदान की गई है। अनियमित बिलिंग से उपभोक्ताओं को होने वाली परेशानी से बचाने के लिए आयोग ने निर्णय लिया है कि लगातार तीन महीने तक मीटर रीडिंग के आधार पर विद्युत बिल जारी नहीं किए जाने की स्थिति में अब उपभोक्ताओं को संबंधित कार्यपालन अभियंता का अनुमोदन प्राप्त करने के बाद ही एकमुश्त बिल जारी किए जा सकेंगे।



बिजली बिल की दरों में बढ़ोत्तरी पर BJP ने जताया विरोध
भारतीय जनता पार्टी ने छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत नियामक आयोग द्वारा बिजली बिल की दरों में बढ़ोत्तरी पर विरोध जताया है।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा है कि सरकार ने बिजली की कीमतों में वृद्धि कर जनता के साथ अन्याय किया है। श्री साय ने आरोप लगाया कि बिजली की कीमतें बढ़ाकर कांग्रेस सरकार ने जनता की जेब पर बोझ बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि बिजली बिल हाफ का वादा करके सत्ता में आने वाली कांग्रेस पार्टी की सरकार ने जनता के साथ वादाखिलाफी की है।

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