सूरजपुर. ACB ने सूरजपुर से एक घूसखोर बाबू को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. जमीन डायवर्सन के नाम सहायक ग्रेड-2 मुनेश्वर राम ने 50 हजार रुपये रिश्वत मांगी थी, जिसमें से वो 5 हजार रूपये एडवांस के रूप में ले रहा था. घूस की ये रकम आरोपी बाबू एसडीएम आफिस में ही ले रहा था, जिसके बाद एसीबी की टीम ने दफ्तर में ही रंगे हाथों गिरफ्तार किया.
दरअसल, एसीबी चीफ आरिफ शेख के निर्देश और एसीबी एसपी पंकज चंद्रा की अगुवाई में प्रदेश में रिश्वतखोरों के खिलाफ लगातार कार्रवाई चल रही है. इसी कड़ी में सूरजपुर के रहने वाले एक व्यक्ति सुनील कुमार पांडेय ने शिकायत दर्ज करायी, उसकी जमीन के डायरवर्सन का कागज एसडीएम आफिस के बाबू मुनेश्वर राम ने रोक रखा है। शिकायतकर्ता के मुताबिक, उसने 0.02 हेक्टेयर जमीन का डायवर्सन व्यावसायिक कामों में करने के लिए आवेदन लगाया है, जिसे कई महीनों से रिश्वत नहीं देने की वजह से रोककर रखा गया है।
बाबू डायवर्सन के एवज में उससे 50 हजार रुपये मांग रहा था, पहली किश्त के तौर पर उससे 5 हजार रुपये मांगे जा रहे हैं। शिकायत के आधार पर जब एसीबी की टीम ने जांच शुरू की, तो शिकायत सही पाया। जिसके बाद एसीबी ने घूसखोर कर्मचारी को रंगे हाथों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। आज एसीबी की टीम सादे लिबास में एसडीएम आफिस पहुंची.
इस दौरान शिकायतकर्ता सुनील कुमार पांडेय को कैमिकल लगे नोट के साथ एसडीएम दफ्तर भेजा गया। 50 हजार घूस की रकम में से पहली किश्त के तौर पर 5 हजार रूपये लेकर जैसे ही शिकायतकर्ता ने घूसखोर बाबू को दिया। एसीबी की टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। एसीबी की टीम रिश्वतखोर कर्मचारी से पूछताछ कर रही है।