जांजगीर-चाम्पा. पामगढ़ क्षेत्र में बिलासपुर जेल में बंद कैदी के नाम पॉवर ऑफ अटॉर्नी बनवाकर डेढ़ करोड़ में जमीन बेचने और धोखाधड़ी का मामला उजागर हुआ है और पुलिस ने गिरोह के 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. मामले की शिकायत कैदी राजकुमार काठे की पत्नी साधना काठे ने की थी, उसके बाद पुलिस ने मामले में जांच शुरू की थी और फर्जी सील जब्त किया गया है. पूरा मामला चेउडीह गांव का है.
दरअसल, चेउडीह का राजकुमार काठे, बिलासपुर जेल में बंद है. वह जुलाई में 12 दिन के पैरोल पर आया तो कर्ज छूटने के लिए 6 डिसमिल जमीन की बिक्री की और पैरोल खत्म होने पर बिलासपुर जेल वापस चला गया,.
इधर, शिवकुमार मानिकपुरी ने कैदी राजकुमार काठे के नाम से पॉवर ऑफ अटॉर्नी बनवाई और 62 डिसमिल जमीन को डेढ़ करोड़ में बेच दी. बाद में, बाकी बची 3 एकड़ जमीन को भी बेचने के लिए एक अन्य शख्स से सौदा कर लिया, लेकिन बलौदाबाजार के जिस शख्स ने सौदा किया था, उसने जमीन की पतासाजी शुरु की और जमीन के मालिक राजकुमार काठे की पत्नी साधना से भेंटकर जमीन बेचने की जानकारी दी तो उसने बताया कि ऐसा कुछ नहीं है.
इसके बाद जब रजिस्ट्रार ऑफिस से दस्तावेज निकलवाए तो उनके होश उड़ गए. दस्तावेज में फर्जी पॉवर ऑफ अटॉर्नी बनकर शिवकुमार मानिकपुरी द्वारा 62 डिसमिल जमीन बेच दी थी.
इसकी शिकायत साधना काठे ने पामगढ़ थाने में की थी, फिर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर जांच शुरू की थी. इसके बाद पुलिस ने आरोपी शिवकुमार मानिकपुरी, भागवत सुमन, दीपक कश्यप, राकेश जांगड़े और दिलेश्वर यादव को गिरफ्तार किया है. इनमें 4 आरोपी पामगढ़ तो 1 आरोपी भिलौनी गांव का रहने वाला है. सभी 5 आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है.