अविभाजित मध्यप्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद परसराम भारद्वाज को 6वीं पुण्यतिथि पर नमन किया गया, पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने श्रद्धासुमन अर्पित किया, पूर्व सांसद के साथ कार्य करने वालों ने सुनाया संस्मरण, भावुक हुए लोग

जांजगीर-चाम्पा. छग की काशी के नाम से विख्यात धार्मिक नगरी खरौद में अविभाजित मध्यप्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष एवं सारंगढ लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद परसराम भारद्वाज की 6वीं पुण्यतिथि के मौके पर श्रद्धांजलि दी गई. यहां पीसीसी चीफ मोहन मरकाम, कृषक कल्याण परिषद के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा, चन्द्रपुर विधायक रामकुमार यादव, छग हाथकरघा संघ के अध्यक्ष मोतीलाल देवांगन, कांग्रेस जिलाध्यक्ष राघवेंद्र सिंह, पूर्व लोकसभा प्रत्याशी रवि परसराम भारद्वाज मौजूद थे. इस दौरान पूर्व सांसद के साथ काम करने वालों ने उनके व्यक्तित्व की जानकारी दी और संस्मरण साझा किया. इसे सुनकर लोग भावुक हो गए. इस दौरान स्वास्थ्य शिविर भी आयोजित किया गया और लोगों को निःशुल्क दवाएं दी गई, वहीं दिव्यांगों को ट्रायसिकल का वितरण किया गया.

श्रद्धांजलि सभा में पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने कहा कि पूर्व सांसद स्व. परसराम भारद्वाज का व्यक्तित्व विराट था, जिन्होंने अपनी सादगी और सहजता से अपनी पहचान छग, मध्यप्रदेश और देश में बनाई थी.
पूर्व सांसद को याद करने 1 अक्टूबर को उनकी जयंती को प्रदेश कांग्रेस द्वारा मनाई जाएगी और हर साल ब्लॉक स्तर पर उन्हें नमन किया जाएगा. साथ ही, पूर्व सांसद के व्यक्तित्व को जीवंत करने के लिए सरकारी संस्थाओं और जगहों को उनके नाम से नामकरण किया जाएगा.

किसान कल्याण परिषद के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि स्व. परसराम भारद्वाज, मानवता के सांसद थे. वे किसी की समस्या सुनते थे और उन समस्याओं को दूर करते थे. उनका व्यक्तित्व ऐसा था कि जो एक बार मिल ले, वे खुद ही उनसे जुड़ जाते थे. लोगों को अपनापन का हमेशा अहसास होता था. सादगी, सहजता, सरलता और निर्विवाद होना, उनके व्यक्तित्व का बड़ा आधार था. उन्होंने यह भी कहा कि उनके व्यक्तित्व को राजनीति में नए आने वाले युवाओं को अपने जीवन मे अपनाना चाहिए, ताकि वे भी उन्हीं की तरह लोगों से जुड़कर लंबे वक्त तक जनहित से जुड़े कार्य कर सेवा कर सकें.

चन्द्रपुर विधायक रामकुमार यादव ने कहा कि पूर्व सांसद स्व. भारद्वाज के कार्य और उनके व्यवहार की चर्चा आज भी लोग करते हैं और उन्हें याद करते हैं. उन्होंने कहा कि सारंगढ लोकसभा क्षेत्र में उस वक्त मालखरौदा विधानसभा क्षेत्र भी आता था, जहां उनके द्वारा कराए गए कई ऐसे कार्य हैं, जो आगे चलकर विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित हुए.
कांग्रेस जिलाध्यक्ष राघवेंद्र सिंह ने कहा कि समाज एक जनप्रतिनिधि को याद करे, यही बहुत बड़ा प्रमाण है कि वे जीवन भर लोगों से जुड़े रहे. ऐसे सेवाभावी लोगों के कार्य को हमेशा जीवंत बनाने का कार्य होना चाहिए, ताकि आने वाली पीढ़ी भी अवगत होते रहे.
अंत में रवि परसराम भारद्वाज ने आभार जताया और कहा कि वे अपने पिता के बताए रास्ते पर चल रहे हैं. लोगों से जुड़कर उनकी समस्याओं को दूर करने की भरसक कोशिश की जाती है. क्षेत्र के लोगों और कार्यकर्ताओं से सतत सम्पर्क बनाकर कार्य किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि उनके पिता ने हमेशा निर्विवाद रहकर कांग्रेस संगठन के हित में और क्षेत्र के विकास में कार्य किया. वे भी अपने पिता से प्रेरणा लेकर कांग्रेस संगठन की मजबूती के लिए कार्य कर रहे हैं और सतत यह सिलसिला जारी रहेगा.
इस मौके पर मस्तूरी के पूर्व विधायक दिलीप लहरिया, शिवरीनारायण नपं की अध्यक्ष अंजनी मनोज तिवारी, जिला पंचायत के उपाध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप सिंह, लोचन शर्मा, रामलाल यादव, सुबोध शुक्ला, निरंजन अग्रवाल, जिला पंचायत की पूर्व सदस्य ज्योतिकिशन कश्यप, हसौद के ब्लॉक अध्यक्ष कुशल कश्यप, मछुआ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष बृंदालाल धीवर, नरेश शर्मा, गुलजारी साहू, शिवरीनारायण नपं के पार्षद मनोज तिवारी, पिंटू भट्ट, पोंच सरपंच रमाकांत साहू, बुड़गहन सरपंच अजय शशि जगत, दुर्गेश्वर तिवारी, साखीराम कश्यप, विनोद खूंटे, पार्षद भवानी शंकर साहू ( संजू ), पूर्व पार्षद हेकृष्ण साहू, रोमा भारद्वाज, संजय भारद्वाज के साथ परिवार के सभी सदस्य और पामगढ़ एसडीएम करुण डहरिया, तहसीलदार जयश्री पथे समेत लोग बड़ी संख्या में मौजूद थे.



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