रबी फसल के लिए बायीं तट नहर में 1 जनवरी से और दायीं तट नहर में 5 जनवरी से पानी का प्रवाह छोड़ा जाएगा, जिला उपयोगिता समिति की बैठक संपन्न, विधायकों ने भी दिया सुझाव

जांजगीर-चांपा. कलेक्टर जितेन्द्र शुक्ला की अध्यक्षता में जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक आज कलेक्टर कार्याल्य के सभाकक्ष में आयोजित की गई। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि आगामी जनवरी 2022 हसदेव बायीं तट नहर में 01 जनवरी से दायीं तट नहर में 05 जनवरी से पानी का प्रवाह छोड़ा जाएगा। किसानों की मांग के अनुरूप खाद-बीज और दवाई का भंडारण करवाया जाएगा। वर्तमान खरीफ फसल के लिए 20 अक्टूबर 2021 के बाद पानी की प्रवाह धीरे-धीरे कम करते हुए नहर में पानी बंद करने की कार्यवाही की जाएगी।
बैठक में अकलतरा विधायक श्री सौरभ सिंह, जैजैपुर विधायक केशव चन्द्रा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती यनिता चन्द्रा, उपाध्यक्ष राघवेन्द्र प्रताप सिंह, सदस्य राजकुमार साहू ने भी रबी फसल 2022 के संबंध में महत्वपूर्ण सुझाव दिये।
कलेक्टर ने वर्तमान खरीफ फसल के संबंध में चर्चा करते हुए कहा कि कीट व्याधि प्रकोप से फसलों को बचाने के लिए कृषि विभाग के अधिकारी कर्मचारी किसानों के संपर्क में रहकर खेतों का भ्रमण करते रहें और कीट व्याधि प्रकोप से फसल को बचाने के लिए प्रमाणिक दवाईयों के उपयोग एवं सावधानी के संबंध में प्रचार-प्रसार करवाएं। साथ ही जिला स्तर पर हेल्प लाईन नंबर प्रारंभ भी जारी करें। जिससे किसानों से प्राप्त सूचना के आधार पर भी आवश्यक सहयोग किया जा सकें।
जिला पंचायत सीईओ ने कहा कि राज्य सरकार की योजना के तहत में गांवों में गौठान निर्माण कर संचालन के लिए ग्राम पंचायतो को सौंपा गया है। गौठान समिति से चर्चा कर फसलों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मवेशियों को रखने के संबंध में किसान स्वयं निर्णय ले सकते हैं। हसदेव बांगो परियोजना के मण्डल के अधीक्षण अभियंता ने बताया कि रबी 2022 धान की फसल के लिए में 44 हजार 532 हेक्टेयर में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी। यदि रबी फसल में गेहूं, दलहप-तिलहन, अलसी, सूर्यमुखी, चना, सरसों इत्यादि के लिए 133598 हेक्टेयर में आसानी से सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी।
समिति के सदस्य सर्वश्री संदीप तिवारी, ब्यास कश्यप, कन्हैया राठौर, दुष्यंत सिंह, राजशेखर, शिव तिवारी सहित उपस्थित सदस्यों ने नहर मरम्मत, फसल बीमा दावा भुगतान, गुणवत्तायुक्त प्रमाणित बीज-खाद और दवाई की उपलब्धता के संबंध में भी चर्चा की गई।
बैठक में उपसंचालक कृषि, जल संसाधन जांजगीर के ईई, जल संसाधन विभाग कोरबा और रायगढ़ के अधीक्षण अभियंता सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।



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