जांजगीर-चाम्पा. ब्रिलिंयट पब्लिक स्कूल, बनारी, जांजगीर में सड़क सुरक्षा नियम सेमीनार का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यालय के कक्षा नवमी व दसवी के विद्यार्थियों, शिक्षकों ने सुरक्षा हेतु सड़क सुरक्षा नियमों के तहत सड़क के किनारे लगे हुए अनेक सुरक्षा संकेत तथा सुरक्षा निर्देशो का पालन करने, आकस्मिक सड़क दुर्घटना पर पीड़ित को सहयोग देने तथा प्राथमिक उपचार करने हेतु प्रबंधन पर जोर देना। उपरोक्त निर्देशन के साथ सड़क पर वाहन चलाते समय यातायात सुरक्षा नियमों को ध्यान रखने से उसे पालन करने तक की नियमावली का प्रतिपादन किया।
विद्यालय कि प्राचार्या सोनाली सिंह तथा विद्यालय के प्रबंधक आलोक अग्रवाल विषयांतर्गत यातायात के तीन चिन्हों को संज्ञान में रखने का निर्देश दिया गया। 1. अनिवार्य सड़क संकेत, 2. चेतावनी सड़क संकेत, 3. सूचनात्मक सड़क संकेत, को निश्चित रूप से ध्यान में रखनें के निर्देश दिए गए। इसके अलावा वाहन चलाते समय वाहन की गति, ओवरटेक तथा अन्य व्यक्तिगत व सामाजिक सड़क उत्तरदायित्वों को ध्यान में रखने हेतु निर्देश दिए। क्योंकि सड़क में यातायात सुरक्षा नियम केवल आपकी यात्रा को सुविधा पूर्ण तथा आरामदायक ही नही, आपके अमुल्य जीवन को भी सुरक्षित करते हैं।
तत्पष्चात् विद्यालय के कक्षा नवमी व दसवी के, छात्रो ने सड़क सुरक्षा नियमों से संबंधित पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें छात्रों के द्वारा भिन्न-भिन्न पोस्टर बनाये गये जिसमें कक्षा नवमीं प्रथम, आयुषी तिवारी, द्वितीय पावनी उपाध्याय, तृतीय सोनल श्रीवास कक्षा दसवी प्रथम प्रद्युम्न अग्रवाल, द्वितीय साहिल मोदी, तृतीय स्नेहा अग्रवाल रहे। जिसके प्रभारी शिक्षक मिनीमोल थाॅमस, आशा राठौर रहे।
शिक्षिका नीलम सिंह द्वारा भारत एवं विदेशो में वाहन चलाने को तथा यातायात के बहुत सारे सिग्नल, पुल, स्कूल, अस्पताल, न्यायालय के आसपास लगे हुए यातायात के चिन्हों को विस्तार से जानकारी दी गयी तथा हेलमेट कि अनिवार्यता पर जोर दिया गया साथ ही बच्चों से यातायात के चिन्ह के उपर पप्रश्नोत्तरी कार्यक्रम भी रखा गया जिसमें बच्चो ने भाग लिया साथ ही वाहन चलाते समय मोबाईल पर बात करने को दुर्घटना का मुख्य कारण बताया।
इस कार्यक्रम में विद्यालय की प्राचार्य सोनाली सिंह तथा विद्यालय के प्रबंधक आलोक अग्रवाल तथा समस्त छात्र-छात्राएं, कर्मचारीगण व शिक्षकगण उपस्थित रहे। तदार्थ सड़क सुरक्षा नियम को पालन किये जाने का दृढ़-संकल्प लिया।