ग्वालियर. शासकीय धनराशि काे निकालकर उसका उपयोग शासकीय कार्याे में नहीं करने की जगह अपने निजी कार्याे में करने के मामले में जिला पंचायत सीइओ आशीष तिवारी द्वारा अभी तक करीब 30 पूर्व जिला पंचायत सीइओ के खिलाफ जेल भेजने के आदेश निकाले जा चुके हैं।
इन आदेशों का असर रहा है कि अभी तक करीब 7 करोड़ रुपये की रिकवरी हो चुकी है। जबकि अभी करीब 4 करोड़ रुपये की रिकवरी और होनी है। जबकि करीब 47 पूर्व सरपंचों को नोटिस भेजे जा रहे हैं।
पूर्व सरपंचों ने विद्यालय बनवाने, उनका विस्तार कराने के लिए अतिरिक्त कक्ष बनवाने सहित अन्य कार्याे के लिए शासन से आई राशि को निकाल लिया था। इसके बाद इस राशि का उपयोग उन्होंने निर्माण कार्य में करने की जगह अपने निजी कार्याे में कर लिया था। साथ ही कई पूर्व सरपंचों ने इस राशि को अपने बैंक खातों में भी जमा करा दिया था। इसके कारण निर्माणाधीन इमारतों का उपयाेग नहीं हो सका, जिसमें से कई इमारतें खराब भी हो गईं.
अभी तक इन पूर्व सरपंचों के खिलाफ आज तक कार्रवाई नहीं की गई, लेकिन जिला पंचायत सीइओ आशीष तिवारी ने इन सभी मामलाें को खंगालना प्रारंभ किया। साथ ही सभी की जांच कराई। इसके बाद पूर्व सरपंचों को नोटिस जारी कर पैसा शासकीय खाते में जमा करने का निर्देश दिया। लेकिन पूर्व सरपंचों ने पैसा जमा नहीं कराया, जिसके बाद इन सभी को 30 दिन तक जेल में रखने का आदेश जारी कर दिया। जेल जाने के भय से पूर्व सरपंचों ने राशि जमा कराना प्रारंभ कर दी है। अभी तक करीब 7 करोड़ रुपये जमा हो चुके हैं।