साउथ अफ्रीका के खिलाफ टीम इंडिया ने केपटाउन टेस्ट हारने के साथ ही सीरीज भी 1-2 से गंवा दी. यहां तक तो ठीक था, लेकिन भारतीय टीम को ICC की वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) की पॉइंट टेबल में भी तगड़ा झटका लगा है. टीम इंडिया की एक हार अब उसे फाइनल की दौड़ से बाहर कर देगी. आइए जानते हैं टेस्ट चैम्पियनशिप का क्या है पूरा समीकरण…
दरअसल, आईसीसी ने वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के दूसरे सीजन 2021-23 के लिए नए नियम लागू किए हैं. पहले सीजन में टीम की जीत के आधार पर उसकी रैंकिंग तय होती थी, लेकिन इस बार ऐसा नहीं है. इस बार जीते टेस्ट के प्रतिशत के आधार पर रैंकिंग तय की जा रही है. यानी किसने ज्यादा टेस्ट जीते, यह मायने नहीं रखता.
इस तरह जीत प्रतिशत से तय होती है रैंकिंग
जैसे किसी टीम ने 10 टेस्ट खेले और 5 जीते, तो उसका जीत प्रतिशत 50% होगा. जबकि दूसरी टीम ने 5 टेस्ट में ही 4 जीत लिए, तो वह 80% के साथ टॉप पर आ जाएगी. इसी तरह मौजूदा WTC पॉइंट्स टेबल में भारतीय टीम ने सबसे ज्यादा 4 टेस्ट जीते हैं, लेकिन टीम ने खेले भी सबसे ज्यादा 9 टेस्ट हैं. ऐसे में भारतीय टीम 49.07 प्रतिशत के साथ 5वें नंबर पर पहुंच गई है.
वहीं, श्रीलंका टीम ने सिर्फ दो ही टेस्ट खेले और दोनों ही जीते हैं. इस तरह वह 100 प्रतिशत के साथ टॉप पर काबिज है. हालांकि, पॉइंट्स ऑस्ट्रेलिया के सबसे ज्यादा 40 हैं, लेकिन वह 83.33 जीत प्रतिशत के साथ दूसरे नंबर पर काबिज है.
टीम इंडिया को अब WTC में हारना नहीं है
दरअसल, टीम इंडिया को WTC के तहत दूसरे सीजन में कुल 18 टेस्ट खेलना है. अब तक टीम ने सिर्फ 9 ही मैच खेले हैं. भारतीय टीम को हाल ही में अब अपने घर में श्रीलंका के खिलाफ 2 और इंग्लैंड से उसके घर में एक टेस्ट खेलना है. इसके बाद अक्टूबर में अपने घर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 टेस्ट खेलना है.०
इसके बाद सबसे आखिरी में बांग्लादेश से उसके घर में नवंबर में 2 टेस्ट की सीरीज खेलना है. यानी अब भी भारतीय टीम को कुल 9 मैच और खेलना है. ऐसे में अब भारतीय टीम को हारने या ड्रॉ खेलने का रिस्क नहीं लेना होगा. फाइनल के लिए भारतीय टीम को लगभग सभी मैच जीतने होंगे.