उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित डामटा के पास तीर्थयात्रियों से भरी बस के गहरी खाई में गिरने से कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई. वहीं इस हादसे में 4 लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें उपचार के लिए हायर सेंटर भेज दिया गया है. उत्तराखंड पुलिस ने यह जानकारी देते हुए बताया कि वहां खोज और बचाव अभियान पूरा हो गया है.
इस बस में 28 तीर्थयात्रियों समेत कुल 30 लोग सवार थे. ये सभी तीर्थयात्री मध्य प्रदेश से उत्तराखंड यात्रा पर आए थे. ऐसे में सबके मन में एक सवाल यह उठ रहा है कि आखिर इतना बड़ा हादसा कैसे हो गया, जो 26 जिंदगियों को लील गया.
एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार सुबह घटनास्थल का दौरा किया और मृतकों के परिजन तथा घायलों के मिलाकर उन्हें सांत्वना दी. इस दौरान उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी भी उनके साथ थे.
शिवराज सिंह चौहान ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि इस हादसे में घायल हुए ड्राइवर के मुताबिक बस का स्टीयरिंग फेल होने के कारण उसका नियंत्रण खो बैठा और यह हादसा हो गया. उन्होंने बताया कि इस हादसे में मारे गए लोगों के शव आज ही खजुराहो भेजकर अंतिम संस्कार करवाने की कोशिश की जाएगी.
वहीं स्थानीय लोगों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, रिखांउ स्थित खड्ड के पास जिस जगह पर यह बस दुर्घटनाग्रस्त हुई, वहां सड़क काफी चौड़ी है. ऐसे में वाहन यहां पर तेज़ गति से चला करती है. उन्होंने बताया कि तीर्थयात्रियों से भरी यह बस भी तेज गति में थी.
इसी दौरान सामने से आ रहे वाहन को पास देते समय चालक बस पर नियंत्रण खो बैठा. बस की रफ्तार काफी तेज़ होने के बाद वह सड़क से बाहर निकलकर 500 मीटर गहरी खाई में जा गिरी.
हादसे के वक्त बस की स्पीड इतनी तेज़ थी कि खाई में गिरने से उसके परखच्चे उड़ गए और उसमें सवार यात्री जगह-जगह छिटक गए. इस हादसे की खबर मिलते ही पुलिस के साथ राहत और बचाव दल तुरंत मौके पर पहुंच गया.
हालांकि तब तक कई लोग दम तोड़ चुके थे. रात भर की मशक्कत के बाद उन्होंने 26 लोगों के शव बरामद किए, जबकि गंभीर रूप से घायल चार लोगों को स्थानीय अस्पताल पहुंचाया. इन घायलों की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें प्राथमिक देने के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है.
इस हादसे में हताहत हुए सभी तीर्थयात्री मध्य प्रदेश के रहने वाले थे. ऐसे में घटना की खबर मिलते ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी उत्तराखंड पहुंच गए है और हताहतों की मदद में जुटे हुए हैं. उन्होंने मृतकों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है.
इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को प्रधानमंत्री राहत कोष से दो-दो लाख रुपये तथा घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता का ऐलान किया है. वहीं उत्तराखंड परिवहन विभाग की दुर्घटना राहत निधि से मृतकों के परिजनों को एक एक लाख का मुवावजा दिया जाएगा.