वो डायलॉग…जिसने उड़ाए अमिताभ के होश, सुबह 7 से रात 10 बजे तक कमरे से ही नहीं निकले, दिलचस्प है किस्सा

मुंबई: अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) की साल 1975 में आई फिल्म ‘दीवार’ (Deewar) के डायलॉग सलीम-जावेद की जोड़ी ने लिखी थी. कहते हैं कि इस फिल्म की सफलता के बाद इनकी फीस 8 लाख कर दी थी. ‘जंजीर’ ने जहां अमिताभ को एंग्री यंग मैन बनाया तो ‘दीवार’ ने उसे सेंटर स्टेज पर ला बैठाया. इस फिल्म के मंदिर वाले सीन और ‘आज खुश तो बहुत होगे तुम..’ मोनोलॉग की चर्चा बरसों बाद भी होती है. अमिताभ इस डायलॉग को बोलने से पहले इतना डर गए थे कि घंटों खुद को कमरे में बंद कर लिया था.



 

 

अमिताभ बच्चन ने ‘दीवार’ फिल्म के मंदिर वाले सीन और मोनोलॉग के लिए शीशे के सामने खड़े होकर खूब प्रैक्टिस की थी लेकिन जानबूझ कर इस सीन की डबिंग नहीं की, क्योंकि उन्हें लगता था जो एहसास पहली बार होगा वो डबिंग में उस रोल के इमोशन को दोबारा नहीं ला पाएंगे. अमिताभ ने खुद ही बताया था कि इस सीन से पहले इतना डर गया था कि सुबह से रात तक अपने कमरे में ही बैठा रह गया था.

 

 

मंदिर वाले सीन को करना अमिताभ के लिए था मुश्किल

अमिताभ बच्चन ने क्विज शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के दौरान बताया था कि ‘कई बार कुछ सीन ऐसे हैं जिन्हें करना काफी मुश्किल होता है. लगता है कि ये तो काफी मुश्किल है और आप इसे तुरंत नहीं कर पाएंगे इसे क्रैक करने के लिए समय चाहिए होता है. मेरी फिल्म दीवार का एक सीन था, जिसमें मेरा किरदार विजय पहली बार मंदिर जाकर अपनी मां के लिए प्रार्थना करता है. मेर लिए काफी मुश्किल था. मैं सुबह ही मेकअप करवाकर रेडी हो गया था. यश चोपड़ा सेट पर आए और बोले-चलो भाई शॉट रेडी है, यकीन मानिए मैं अपने कमरे से बाहर नहीं आ पा रहा था’.

 

 

कमरे में अमिताभ ने खुद को कर लिया था लॉक

अमिताभ बच्चन ने आगे कहा ‘हमने सुबह 7 बजे शुरुआत की थी और मैं रात 10 बजे तक अपने कमरे में ही बैठा रहा. मैं रुम से बाहर ही नहीं निकला. मुझे समझ नहीं आ रहा था कि ऐसे सीन कैसे करें. ये एक ऐसा कैरेक्टर था, जो भगवान में यकीन नहीं रखता था,लेकिन उसे अपनी मां की जिंदगी के लिए प्रार्थना करनी थी, तो मुझे समझ नहीं आ रहा था कि कैमरे के सामने क्या कहना है और कैसे एक्टिंग करनी है लेकिन मैं राइटर को सैल्यूट करना चाहता हूं, जिन्होंने स्क्रिप्ट लिखी..उनकी पहली लाइन थी-‘आज खुश को बहुत होगे तुम..’.

 

 

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‘दीवार’ के इस मोनोलॉग के लिए की थी कड़ी मशक्कत

‘दीवार’ फिल्म में मंदिर वाले सीन की खूब चर्चा हुई थी. जावेद अख्तर ने भगवान शिव से नाराजगी वाले सीन के बारे में एक इंटरव्यू में बताया था ‘जब ये सीन फिल्माया जा रहा था तो हमारी अमिताभ बच्चन से बात हुई थी. हमें लगा कि इस सीन में उनके बोलने का अंदाज कुछ ज्यादा ही रुखा है, लेकिन वो मेरी बात से सहमत नहीं थे. बोले अगर मैं धीमे बोलता हूं तो उस सीन के दौरान मुझे कहीं न कहीं अपनी आवाज ऊंची करनी होगी. मैंने तय किया है कि डायलॉग डिलीवरी शुरू से ही ऊंची रखूंगा और धीरे धीरे कम करता जाऊंगा, मैं समझता हूं कि ये सोच काम कर गई और अमिताभ पूरी तरह सही थे’.

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