मुंबई: टीवी की हाईएस्ट पेड एक्ट्रेस में शुमार रुपाली गांगुली (Rupali Ganguly) अपने शो ‘अनुपमा’ (Anupamaa) की वजह से घर-घर पहचानी जाती हैं. रुपाली के पिता एक ऐसे फिल्म निर्माता-निर्देशक थे, जो पैशन के साथ फिल्में बनाने के लिए जाने जाते थे. फिल्म बनाना कोई आसान काम नहीं है बल्कि ये एक ऐसा क्रिएटिव फील्ड है जिसकी सफलता-असफलता के बारे में कोई अंदाजा नहीं लगा सकता. फिल्म हिट हो गई तो निर्माता-निर्देशक मालामाल हो जाते हैं, वहीं फ्लॉप हो गई या किसी वजह से मेकिंग में देरी हो गई तो फिर बजट गड़बड़ा जाता है. कई बार तो मेकर्स दीवालिया भी हो जाते हैं, अनिल गांगुली के साथ भी ऐसा हुआ था.
दरअसल, 1991 में फिल्म ‘दुश्मन देवता’ रिलीज हुई थी, इसकी मेकिंग 1987 में शुरू हो गई थी. इसके निर्माता-निर्देशक अनिल गांगुली थे और फिल्म में धर्मेंद्र, डिंपल कपाड़िया, सोनम, आदित्य पांचोली जैसे एक्टर थे. बप्पी लहरी के संगीत से सजे इस फिल्म के गीत अंजान और इंदीवर ने लिखे थे. इस फिल्म को बनाने में हुई देरी का खामियाजा अनिल गागुंली ही नहीं बल्कि पूरे परिवार को भुगतना पड़ा था.
‘दुश्मन देवता’ के लिए अनिल गांगुली ने बेच दिया था घर
रुपाली गांगुली ने पिंकविला को दिए एक इंटरव्यू में बताया था कि ‘लोग अपनी फिल्म बनाने के लिए घर तक बेच देते हैं, ऐसा ही मेरे पिता के साथ भी हुआ था. मेरे पापा को जल्दी फिल्म खत्म करने के लिए जाना जाता था. ‘साहेब’ फिल्म को पापा ने 40 दिन में बनाया था. पापा ने धर्मेंद्र के साथ एक फिल्म बनाई थी, जिसे बनाने में 3-4 साल लग गए, देरी होने से फिल्म का बजट गड़बड़ा गया. जिसकी वजह से हमारी फैमिली को भारी नुकसान झेलना पड़ा. फिल्म के 4 साल डिले हो जाने की वजह से मेरे डैड को अपना घर तक बेचना पड़ा था’.
सड़क पर आ गया था परिवार
रुपाली गांगुली ने एक इंटरव्यू में बताया था कि ‘पापा की एक-दो फिल्में फ्लॉप हो गई तो हम सड़क पर आ गए थे. मैंने कैटरिंग कॉलेज के माध्यम से वेटर का भी काम किया, जिसके लिए मुझे रोज 180 रुपए मिलते थे. पैसे के लिए मैंने कई दूसरे काम किए लेकिन एक्टिंग करती रही’.
बता दें कि अनिल गांगुली ने ‘साहेब’, ‘अंगारा’, ‘तपस्या’, ‘हमकदम’ जैसी फिल्मों का निर्देशन किया था. अपने पिता की फिल्म ‘साहेब’ से रुपाली ने महज 7 साल की उम्र में पहली बार काम किया था.