नई दिल्ली. बॉलीवुड में ‘जुबली गर्ल’ के नाम से फेमस दिग्गज एक्ट्रेस आशा पारेख और एक्ट्रेस तनुजा अपने जामने की वो अदाकार हैं, जो 60-70 के दशक में लगभग हर दूसरी फिल्म में नजर आती थीं. कभी सिने प्रेमियों के दिलों पर राज करने वालीं आशा पारेख और तनुजा आज फिल्मों से दूर हैं. हाल ही में उन्होंने इंडस्ट्री पर सवाल उठाते हुए कुछ ऐसा कह दिया, जिसके बाद से वह सुर्खियों में बनीं हुई हैं. कई हिट फिल्म देने वालीं दोनों अदाकार फिल्मों में काम तो चाहती हैं, लेकिन दादी- नानी, मां और बहन जैसे रोल नहीं. उन्होंने ऐसा क्यों कहा मह आपको बताते हैं.
बॉलीवुड की दिग्गज एक्ट्रेस आशा पारेश ने हाल ही में बॉलीवुड इंडस्ट्री को लेकर बात की. वह बॉलीवुड की मौजूदा स्थिति से खुश नजर नहीं आ रही हैं. उन्होंने जेंडर भेदभाव को लेकर अपनी बात रखते हुए प्रतिक्रिया दी है. एक्ट्रेस ने अपने मन की बात को रखा और बताया कि वह फिल्मों में क्यों नजर नहीं आ रही हैं.
अमिताभ बच्चन के लिए इन उम्र में भूमिकाएं हमारे लिए क्यों नहीं?
हाल ही में एक एक्ट्रेस ने फिल्मों में काम नहीं करने पर अपनी बात कही. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि हमें रोल्स नहीं मिल रहे हैं. हमें अब मां, दादी-नानी र बहन जैसे किरदार ऑफर किए जा रहे हैं, जो मैं बिलकुल नहीं करना चाहती. आशा पारेख ने कहा, ‘आज मिस्टर अमिताभ बच्चन के लिए लोग इस उम्र में भी भूमिकाएं लिख रहे हैं, लेकिन हमारे लिए भूमिकाएं क्यों नहीं लिखी जा रही हैं? हमें भी कुछ अच्छी भूमिकाएं मिलनी चाहिए, जो फिल्म के लिए महत्वपूर्ण हों लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है या तो हमें मां, दादी की भूमिका ऑफर की जाती है या फिर बहन की, लेकिन सवाल ये है कि उन भूमिकाओं में किसको दिलचस्पी है?’
पहले शादी के बाद खत्म हो जाता था करियर लेकिन अब…
‘जुबली गर्ल’ ने अपनी बात को रखते हुए आगे कहा, ‘हमारे जमाने में महिलाओं की शादी होती ही उनका करियर खत्म माना जाने लगता है. लेकिन, अब ऐसा नहीं है. अगर फिल्म इंडस्ट्री में 50 या 55 साल के किसी हीरो का 20-20 साल के बच्चों के साथ काम करना स्वीकार किया जा सकता है, तो हमारा क्यों नहीं?’
महिलाओं को खुद को समझाना होगा, यू आर पॉसिबल
आशा पारेख की इन बातों पर एक्ट्रेस तनुजा ने भी सहमति जताई. तनुजा ने कहा, ‘हमने इंडस्ट्री में अपने लिए जगह बनाई और महिलाओं के लिए सलाह भी दी. लेकिन अब महिलाओं को खुद पर भरोसा करना होगा और ये समझकर खुद को बताना बहुत जरूरी है कि- आप भी ये कर सकती हैं, आप अपने आप से यह नहीं कह सकते आई एम इम्पॉसिबल’.
मैं अपने नियम खुद बनाती हूं: तनुजा
तनुजा ने कहा कि उन्होंने हमेशा अपने नियमों से जीने की कोशिश की. ये ऐसे नियम हैं जो बनाए गए हैं लेकिन यह हमारे ऊपर है (तय करना) कि क्या महत्वपूर्ण है. खुद की जिंदगी को देखते हुए मैंने फैसला किया कि ‘ठीक है, मैं नंबर एक या दो नहीं बनने जा रहा हूं, लेकिन मैं इस दुनिया में अपनी जगह बनाऊंगी’ और मैंने किया. मैंने अपने जीवन में कभी भी कोई नियम नहीं तोड़ा क्योंकि मैं अपने नियम खुद बनाती हूं.