अतीक अहमद की ‘ग्रेजुएट बीवी’ बनी यूपी की ‘डॉन’! क्या तोता कर रहा है माफिया की पत्नी की मदद? विस्तार से पढ़िए…

अतीक अहमद को उम्र कैद हुई तो ऐसा लगा कि शायद अब इस माफिया का काला कारोबार पूरी तरह से खत्म हो जाएगा। खुद अतीक अहमद साबरमती जेल में अपनी सजा काट रहा है। अतीक के काले कारोबार में जिस एक शख्स ने शुरू से उसका साथ दिया वो है उसका भाई अशरफ, लेकिन अशरफ भी जेल में बंद है। अतीक के बेटों पर भी पुलिस की पूरी नजर है। एक बेटा उमर हत्यांकाड के बाद फरार है। ऐसे में लग रहा था कि शायद अब अतीक का पूरा साम्राज्य ढह जाएगा, लेकिन ऐसे में अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन (Shaista Parveen) अब पूरा जिम्मा अपने हाथ में ले लिया है। शाइस्ता ने पति की डूबती नैय्या को पार लगाने का बीड़ा उठाया है।



उत्तर प्रदेश की नई ‘डॉन’ बनी शाइस्ता परवीन
सबसे हैरानी की बात ये है कि यूपी की इस नई डॉन का पुलिस भी कुछ नहीं बिगाड़ पा रही। अतीक अहमद, मुख्तार अंसारी जैसे बड़े माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई कर रही पुलिस आखिर क्यों शाइस्ता को नहीं पकड़ पा रही? पिछले 25 दिनों से शाइस्ता को पुलिस तलाश कर रही है। खबरों के मुताबिक वो उत्तर प्रदेश में ही छुपी हुई है, लेकिन फिर भी पुलिस क्यों उसे गिरफ्तार नहीं कर पा रही। कौन है जो शाइस्ता की मदद कर रहा है?

अतीक का काला कारोबार पत्नी ही देख रही है
जब तक अतीक अहमद पावर में था शाइस्ता परवीन का नाम किसी ने नहीं सुना था। शाइस्ता घर संभालती थी, परिवार देखती थी। पांच बेटों और पति की जिम्मेदारी उठाती थी, लेकिन अब वही शाइस्ता बिल्कुल डॉन स्टाइल में काम कर रही है। वो अंडरग्राउंड है, लेकिन पता चला है कि पैसों के लेने-देन और अतीक की प्रॉपर्टी के सारे काम शाइस्ता अतीक से भी बेहतर तरीके से निभा रही है।

प्रयागराज से किया है शाइस्ता ने ग्रेजुएशन
1972 में उत्तर प्रदेश में प्रयागराज में धूमनगंज इलाके की रहने वाली शाइस्ता परवीन का ताल्लुक पुलिस परिवार से है। पिता यूपी पुलिस में हेड कॉन्सटेबल थे। पांच भाई बहनों में शाइस्ता सबसे बड़ी थी। प्रयागराज के किदवई गर्ल्स इंटर कॉलेज से शाइस्ता ने ग्रेजुएशन किया और फिर माफिया अतीक अहमद से निकाह कर लिया। शादी के बाद पांच बेटे हुए तो शाइस्ता घर संभालने में ही बिजी हो गई, लेकिन अब जबकि पूरा परिवार जेल में है तो शाइस्ता ने घर से बाहर निकलर पूरे कारोबार की कमान संभाल ली है।

क्या तोता से ली है अतीक की पत्नी ने मदद?
अब सवाल ये है कि जब अतीक के परिवार के सभी लोग या तो फरार हैं या फिर जेल में है तो ऐसे में कौन है जो शाइस्ता की मदद कर रहा है। शाइस्ता के देवर के अलावा शाइस्ता का भाई भी जेल में है जो पहले अतीक की मदद करता था। कौन है जो माफिया की दुनिया के बारे में अतीक की पत्नी को सीखा रहा है। ऐसे में एक नाम सामने आता है और वो है तोता।

अतीक का सबसे भरोसेमंद शार्प शूटर है तोता
अतीक अपने परिवार के अलावा जिस एक शख्स पर सबसे ज्यादा भरोसा करता है वो है तोता। अतीक का शार्प शूटर जुल्फिकार उर्फ तोता। उत्तर प्रदेश में अतीक के लेने-देन के मामले हों, वसूली का धंधा हो या फिर किसी को मौत देनी हो जिसपर अतीक आंख बंद करके भरोसा करता है वो जुल्फिकार ही है। जुल्फिकार उर्फ तोता का नाम साल 2020 सामने आया जब यूपी पुलिस ने तोता के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की।

उत्तर प्रदेश में तोता की करोड़ों की संपत्ति
तोता की उत्तर प्रदेश करोड़ों की संपत्ति है। अतीक का ये गुर्गा भी काले कारोबार से करोड़ों की कमाई कर चुका है। इस पर 40 से ज्यादा केस दर्ज हैं। साल 2020 में यूपी पुलिस ने तोता की तीन मंजिला अवैध इमारत को ढहा दिया था। दरअसल तोता के पिता अंसार पहलवान अतीक के काफी करीबी थे। अंसार की हत्या हुई थी बेटा जुल्फिकार जिसे तोता बुलाया जात है अतीक के साथ जुड़ गया। उसके बाद हत्या, हत्या की कोशिश, रंगदारी, लूट जैसी सारी वारदातों को अंजाम देकर धीरे-धीरे डॉन का सबसे खास गुर्गा बन गया।

अतीक के कारोबार को बेहतर जानता है तोता
फिलहाल लंबे समय से तोता का कोई पता नहीं है। तो सवाल है कि क्या अतीक ने तोता को ही शाइस्ता की मदद की जिम्मेदारी दी है। शाइस्ता बेशक पढ़ी-लिखी है और काले कारोबार को नजदीक से भी देखा है, लेकिन बिना मदद के उसके लिए कोई भी नई चाल चलना आसान नहीं है वो भी तब जबकि यूपी पुलिस ने माफियाओं के खिलाफ मोर्चा खोल रखा हो। बावजूद इसके 25 दिनों से शाइस्ता का पता यूपी की पुलिस भी नहीं लगा पा रही है। तोता ने उत्तर प्रदेश में बारिकी से अतीक के काम को जाना है ऐसे में वो शाइस्ता के लिए बड़ा मददगार साबित हो सकता है।

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