जांजगीर-चाम्पा. जांजगीर क्षेत्र के खोखरा गांव की 12 मीटर ऊंची पानी टंकी में स्कूल की छात्राएं ऊपर चढ़ रही हैं. इस लापरवाही से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. पानी टंकी के नीचे परिसर में मजदूर काम कर रहे हैं और ठेकेदार ने सुपरवाईजर भी रखा है, लेकिन छात्राओं के पानी टंकी की ऊंचाई पर चढ़ने को लेकर कोई मतलब नहीं है. ऐसी लापरवाही से कभी भी बड़ी घटना हो सकती हैं. अहम बात यह है कि पानी टंकी की छत पर चढ़ने के बाद छात्राएं अलग-अलग तरह से हलचल कर रही हैं, जिससे हादसा होने की संभावना बनी हुई है.स्कूल से छुट्टी होने के बाद या स्कूल आते वक्त छात्राएं पानी टंकी में ऊपर चढ़ रही हैं, लेकिन इस लापरवाही से कभी भी बड़ी घटना घट सकती है. इस मामले में पानी टंकी निर्माण करने वाले ठेकेदार और पीएचई के अफसरों की बड़ी लापरवाही सामने आई है, क्योंकि मौजूद कर्मचारियों के द्वारा पानी टंकी में चढ़ने वाली छात्राओं को रोका क्यों नहीं जा रहा है, सीढ़ी पर गेट क्यों नहीं लगवाया गया है ?इस मामले में पीएचई के इंजीनियर सोमेश शुक्ला से बात की गई तो उन्होंने कहा कि आगे से ऐसा ना हो, इसके लिए ठेकेदार से बात की जाएगी. यह भी निर्देशित किया जाएगा कि कोई पानी टंकी में ना चढ़े.
खोखरा के सरपंच राधेलाल थवाईत का कहना है कि पीएचई के द्वारा ठेकेदार के माध्यम से पानी टंकी को बनवाया जा रहा है. अभी पंचायत को हैंडओवर नहीं हुआ है. ऐसे में जो भी लापरवाही सामने आ रही है, वह पीएचई विभाग के अधिकारियों और ठेकेदार की है. पानी टंकी में कोई ना चढ़े, इसे ठेकेदार और अफसरों को देखना चाहिए.इधर, इस मामले से खोखरा हायर सेकेंडरी स्कूल के शिक्षकों को अवगत कराया गया तो उन्होंने इसे गम्भीर बताया है और कहा है कि स्कूल के छात्र-छात्राओं को समझाइश दी जाएगी.
मामले में DEO एचआर सोम ने कहा है कि प्रिंसिपल से जानकारी ली जाएगी, उन्हें निर्देशित किया जाएगा कि आगे से ऐसी स्थिति ना बने. निर्माण एजेंसी को भी ध्यान देने की जरूरत है, छात्राओं को पानी टंकी में चढ़ने से रोकना चाहिए.