नई दिल्ली. एड्स (ह्यूमनइम्यूनो डेफिशियेन्सी वायरस) को लेकर आज भी लोगों के मन में तरह तरह सवाल उठते हैं. ये एक वायरस है जो एचआईवी संक्रमण का कारण बनता है. 1980 के दशक में पहली बार इसके फैलने की बात सामने आई थी. इसके बाद इसे लेकर कई सारी बातें आने लगीं. लोगों के मन में आज इसे लेकर कई तरह के सवाल मन में उठते हैं जैसे यह कैसे फ़ैलता है, एचआईवी संक्रमित के साथ रह सकते हैं या नहीं और न जाने क्या-क्या. कई लोगों के मन में ये सवाल भी उठता है कि क्या HIV पॉजिटिव के साथ शारीरिक संबंध बनाए जा सकते हैं या नहीं तो चलिए हम आपको बताते हैं.
क्या है HIV
एचआईवी का मतलब है ह्यूमन इम्यूनोडिफिशिएंसी वायरस (Human Immunodeficiency Virus). यह वायरस एड्स (AIDS) का कारण बनता है. ये इंसान की प्रतिरक्षा प्रणाली यानी इम्यून सिस्टम पर हमला करता है. अगर एचआईवी का सही समय पर उचित इलाज न किया जाए तो यह एड्स (एक्वायर्ड इम्युनोडेफिसिएंसी सिंड्रोम –AIDS) में बदल जाता है. एक बार जब कोई व्यक्ति एचआईवी से संक्रमित हो जाता है तो फिर उसे पूरे जीवन इसके साथ जीना पड़ता है. एचआईवी विभिन्न माध्यम और तरीकों से फैलता है. असुरक्षित यौन संबंध किसी संक्रमित व्यक्ति से स्वस्थ व्यक्ति से एचआईवी वायरस के संचरण का प्राथमिक माध्यम है. हालांकि एचआईवी के फैलने के और भी कारण हो सकते हैं.
HIV के लक्षण-
-बुखार आना
गले में खरास महसूस होना
– ठंड एहसास होना
-अत्यधिक थकान