जांजगीर. ज्ञानोदय कॉलेज ऑफ एजुकेशन जांजगीर में डॉ. हेमा तिवारी , श्रीमती चंचला मिश्रा और श्रीअमित कुमार उपाध्याय के मार्गदर्शन में गांधी जयंती के अवसर पर पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया ।इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में ज्ञानोदय कॉलेज ऑफ एजुकेशन के संचालक डॉ. सुरेश यादव उपस्थित रहे ।
कार्यक्रम में बी .एड.प्रतिक्षार्थियो को संचालक महोदय डॉ. सुरेश यादव के द्वारा गांधी जी के जीवन संधर्ष और देश को स्वतंत्र कराने में उनकी भूमिका के बारे में जानकारी दी गई । सहायक प्राध्यापिका डॉ. हेमा तिवारी ने अपने उद्बोधन में महात्मा गांधी के बलिदान और देश को आजाद कराने में उनके बेहद महत्वपूर्ण योगदान के लिए राष्ट्रपिता की उपाधि दिया गया हैं। गांधी जी ने सिर्फ देश के लिए आजादी की लड़ाई नहीं लड़ी बल्कि समाज सुधार के कार्य भी किए।
सहायक प्राध्यापिका श्रीमती चंचला मिश्रा द्वारा बताया गया कि दुनिया के महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन ने कहा था कि भविष्य में आने वाली पीढ़ियों को इस बात पर विश्वास करने में मुश्किल होगी कि हाड़ मांस से बना ऐसा कोई ब्यक्ति भी कभी धरती पर आया था जिनके विचारो ने देश के लोगो को प्रेरित किया ।उन्होंने यह भी बताया कि गांधी जी के पास अद्भुत नेतृत्व क्षमता थी।
सहायक प्राध्यापक अमित कुमार उपाध्याय ने कहा कि गांधी जी ने समाज मे दलितों की स्थिति बेहतर करने व उन्हें बराबरी का हक दिलाने के लिए भी लड़ाई लड़ी। उनके अहिंसा के सिद्धांत को पूरी दुनिया ने सलाम किया ,यही वजह है कि पूरा विश्व 2 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के तौर पर भी मनाता हैं।
कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए बी.एड. प्रशिक्षार्थियों द्वारा स्वच्छता पर आधारित पेंटिंग बनाया गया और अंत मे निर्णायक समूह द्वारा पेंटिंग को देख कर निर्णय लेते हुए प्रथम स्थान बी. एड. द्वितीय वर्ष से काजल देवांगन, प्राची कश्यप, दीप्ती सोनवान तथा ज्योति डनसेना , द्वितीय स्थान पर अंजली, अंकिता एवम तृतीय स्थान पर मेघा , गीतांशु साहू और त्रिदेव सिदार, श्वेता एवम बी एड प्रथम वर्ष से प्रथम स्थान कृतिका, रोशनी द्वितीय स्थान वीरेंद्र ,सुरेश, शैलेन्द्र एवम तृतीय स्थान पर प्रीति और सरला को प्राप्त हुआ ।