जांजगीर-चाम्पा. फैक्ट्री के प्रदूषण और उनके मनमानीपूर्ण अड़ियल रवैय्या से आक्रोषित ग्राम बहेराडीह के ग्रामीणों द्वारा विधानसभा चुनाव की बहिष्कार की सूचना पर पिछले 17 अक्टूबर को गाँव पहुचे तहसीलदार ने ग्रामीणों को समझाईस देते हुए चुनाव बहिष्कार नहीं करने और फैक्ट्री के विरुद्ध कार्यवाही करने के आश्वासन पर ग्रामीण मान गये थे। मगर तहसीलदार द्वारा मुख्य मार्ग से फैक्ट्री के तीनों ट्रांसफार्मर को तत्काल हटाने का आदेश विद्युत विभाग को दिए थे। मगर पखवाडेभर समय बीत जाने के बाद भी आदेश का पालन नहीं होने और प्रदुषण पर नियंत्रण नहीं होने से बहेराडीह के ग्रामीण विधानसभा चुनाव के बहिष्कार के निर्णय पर अडिग हैं।
गाँव के उपसरपंच चंदा सरवन कश्यप, ग्रामीण राजाराम यादव, रामबाई यादव और अन्य ग्रामीणों ने बताया कि विधानसभा चुनाव बहिष्कार की सूचना पर सारागाँव तहसीलदार 17 अक्टूबर को दोपहर 2 बजे गाँव पहुँचे और ग्रामीणों और पंचायत प्रतिनिधियों की बैठक लिया। बैठक के दौरान फैक्ट्री के प्रति ग्रामीणों के भारी आक्रोश को देखते हुये तहसीलदार ने मौके पर ही विद्युत विभाग और फैक्ट्री प्रबंधन को तलब किया। और गाँव के मुख्य मार्ग से फैक्ट्री के तीनों ट्रांसफार्मर को हटाने विद्युत विभाग को लिखित रूप में दूसरे ही दिन आदेश दिया।
फैक्ट्री प्रबंधन को पत्थर पिसाई का काम और प्रदूषण पर तत्काल नियंत्रण करने का भी सख्त निर्देश जारी किया गया। मगर 17 दिवस बीत जाने के बाद भी अभी तक न तो मुख्य मार्ग से ट्रांसफार्मर हटाया गया और न ही प्रदूषण पर नियंत्रण किया गया। जिससे ग्रामीण फैक्ट्री के प्रति भारी आक्रोषित हैं।
वहीं कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल के संचालक दीनदयाल यादव का कहना है कि फैक्ट्री से प्रदूषण फैलाने वाले मशीने और मुख्य मार्ग से ज़ब तक ट्रांसफार्मर हटाने के तहसीलदार के आदेश का पालन नहीं किया गया है। ऐसे में शांतिपूर्ण तरीके से विधानसभा चुनाव का बहिष्कार किया जायेगा और शासन प्रशासन को फैक्ट्री के विरुद्ध लगातार किये गये शिकायत से राज्यपाल और राष्ट्रपति को लिखित रूप में पत्र भेजकर अवगत कराने की बात कही गई है।
प्रशासन पर भारी पड़ रहा फैक्ट्री प्रबंधन…
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों की प्रदूषण से होने वाली सिलीकोसिस बीमारी से हुईं लगातार मौत के बाद फैक्ट्री को शील करने के कुछ दिनों बाद दुबारा फैक्ट्री चलाने की अनुमति शासन द्वारा दिया जाना ग्रामीणों के साथ अन्याय है। जिसका विरोध विधानसभा चुनाव में ग्रामीण कर रहे हैं। चुनाव बहिष्कार को रोकने और ग्रामीणों को मनाने चुनाव आयोग के अधिकारी लगातार बहेराडीह गाँव के ग्रामीणों से संपर्क बनाये हुए हैं। मगर यहाँ के ग्रामीण हरहाल में फैक्ट्री के विरोध में शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव बहिष्कार करने के मूड में हैं। वहीं यहाँ पर ग्रामीणों को भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टी के विधायक प्रत्याशी फैक्ट्री बंद कराने की बड़े बड़े आश्वाशन देकर बोट मांग रहे हैं। भाजपा और कांग्रेस दोनों के शासनकाल में यहाँ के फैक्ट्री को अप्रत्यक्ष रूप से संरक्षण मिलते आ रहा है।
फैक्ट्री के प्रति ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुये फैक्ट्री प्रबंधन के विरुद्ध कार्यवाही किया जायेगा और मुख्य मार्ग से ट्रांसफार्मर को हटाने मैंने 18 अक्टूबर को ही विद्युत विभाग को पत्र भेजा गया है। यदि अभी तक ट्रांसफार्मर नहीं हटाई गई। तो जानकारी लेकर कार्यवाही किया जायेगा।
राजकुमार मरावी,
तहसीलदार, सारागाँव