रोज़ाना की ज़िंदगी में ऐसी बहुत सी चीज़ें होती हैं, जो यूं हमारी लाइफ का हिस्सा बन चुकी हैं. हम ध्यान भी नहीं देते हैं कि इसके पीछे भी कोई वजह हो सकती है. मसलन ऐसी तमाम चीज़ों के नाम हैं, जो हमने जबसे होश संभाला है, वैसे ही सुनते चले आ रहे हैं.
चूंकि ये हमारे लिए इतनी सामान्य हैं, इसलिए हम कभी इसकी तह में नहीं जाते. ऐसी ही एक चीज़ के बारे में आज हम आपको जानकारी देंगे.
आप इंजेक्शन लगवाते वक्त हो सकता है कभी ज़रूर सोचते हों कि अगर ये टूटकर शरीर के अंदर रह गई तो क्या होगा? क्या ये किसी ऐसे मेटल की बनी हुई है, जो हमारे शरीर को नुकसान कर सकता है? इसी विचार को लेकर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म कोरा पर एक यूज़र ने पूछा – इंजेक्शन के आगे की सूई किस धातु की बनी होती है? जो जवाब इस पर सामने आए, चलिए हम आपको इसके बारे में बताते हैं.
किस धातु की बनती है इंजेक्शन वाली सूई?
इस सवाल के जवाब में अलग-अलग यूज़र्स ने अलग-अलग जवाब दिए हैं. हालांकि ज्यादातर लोगों ने ये बात कही है कि सूई के लिए इस्तेमाल होने वाला मटीरियल कुछ और नहीं बल्कि स्टेनलेस स्टील है. इसे कार्बन स्टील भी कहा जाता है. एक यूज़र ने बताया कि कैनुला, जिसे हम आम भाषा में वीगो भी कहते हैं, उसमें प्लास्टिक की सूई का इस्तेमाल होता है क्योंकि ये शरीर के अंदर नहीं जाती. आईवी और इंट्रामैस्कुलर इंजेक्शन के लिए इस्तेमाल होने वाली सूई स्टेनलेस स्टील की बनी होती है.
जानिए …
इंजेक्शन की सूई का मजबूत मेटल का बना होना ज़रूरी होता है, ताकि ये कभी भी टूटकर शरीर के अंदर नहीं रह जाए. ऐसा होने पर इंफेक्शन हो सकता है. इस खोखली सूई के ज़रिये ही शरीर में पिचकारी जैसी सीरिंज की सहायता से दवाई डाली जाती है. सूई लगना, इंजेक्शन लगना या फिर टीका लगना एक ही प्रक्रिया के अलग-अलग नाम हैं.