Big Bus Accident : बस हादसे में अब तक 13 लोगों की मौत, 15 से अधिक गंभीर रूप से घायल…पढ़िए

सिकरवार बस को बुधवार रात करीब 8.30 बजे डंपर ने टक्कर मारी। इसके बाद बस में आग लग गई, जिसमें लगभग 13 सवारियों के जिंदा जल गईं। 15 से अधिक गंभीर घायल हैं। मृतकों और घायलों के आंकड़े देर रात्रि पुष्टि होने के बाद पुलिस-प्रशासन ने बताए। सीएम डा. मोहन यादव आज घायलों को हाल जानने के लिए गुना आ रहे हैं।



देर रात समूचा अमला घटनास्थल पर था और बस के मलबे को हटाकर अन्य यात्रियों को देखा जा रहा था। घटना जिला मुख्यालय से सात किलोमीटर दूर घूम घाटी पर हुई। मिलते ही कलेक्टर तरुण राठी व एसपी विजय खत्री घटनास्थल पहुंचे और घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया। बस का फिटनेस 17 फरवरी 2022 को और बीमा 30 अप्रैल 2021 को समाप्त हुआ है। अधिकारियों का कहना है कि टीमें पड़ताल में जुटी हुई हैं। पूरी तरह से परीक्षण के बाद ही सामने आ पाएगा कि कितने लोग बस में सवार थे और कितने की जलने से मौत हुई है।

चार लाख की सहायता
सीएम डा. मोहन यादव ने जांच के आदेश देते हुए अधिकारियों से कहा कि यह भी सुनिश्चित करें कि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो। मृतक के स्वजन को चार लाख और घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता के निर्देश भी दिए।

लपटों में घिरे यात्रियों को बचाने कोई पहुंच नहीं सका
बस में इतनी अधिक आग की लपटें निकल रहीं थीं कि कोई व्यक्ति बस के अंदर फंसे लोगों को निकालने जा भी नहीं सका। जैसे ही बस में लपटें उठना शुरू हुईं वैसे ही यात्रियों ने चीख-पुकार शुरू कर दी। बस जिस मार्ग पर चल रही थी वह सुनसान इलाका था।

के घाटी से टकराने के बाद रुकने पर कई यात्री बाहर निकले व फोन करके पुलिस को सूचना दी। कई यात्रियों ने बस के दरवाजे, खिड़की से कूदकर अपनी जान बचाई। सूचना मिलने के बाद पुलिस व प्रशासन का बचाव दल मौके पर पहुंचा और घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया गया है।

बस के पिछले हिस्से में बैठे यात्री आग से घिर गए
बस में आग लगने के बाद आगे व बीच की सीटों पर बैठे ज्यादातर यात्री निकल आए थे। बस के पिछले हिस्से में बैठे लोग धूं-धूं कर झुलसने लगे थे। जब तक पुलिस व प्रशासन का राहत दल पहुंचा तब तक दस लोग बुरी तरह झुलस गए। बस से निकाले गए एक यात्री ने अस्पताल में दम तोड़ा। मृतकों व घायलों की संख्या बढ़ने की आशंका है।

इतनी विकराल आग कि फंसे लोगों को कोई बचाने भी नहीं जा सका
जिला मुख्यालय से सात किमी दूर हुई यह घटना इतनी दिल दहलाने वाली थी कि जो भी मौके पर पहुंचे उसके रौंगटे खड़े हो गए। आग से पूरी तरह जली बस में कई लोगों के जिंदा जलने से मांस के लोथड़े दिखाई दे रहे थे। बस में इतनी अधिक आग की लपटें निकल रहीं थीं कि कोई व्यक्ति बस के अंदर फंसे लोगों को निकालने जा भी नहीं सका। जैसे ही बस में लपटें उठना शुरू हुईं वैसे ही यात्रियों ने चीफ-पुकार शुरू कर दी।

बस जिस मार्ग पर वह सुनसान इलाका था। बस के रुकते हुए कई यात्री बाहर निकले व फोन करके पुलिस को सूचना दी। इस अफरा-तफरी में कई यात्रियों ने बस के दरवाजे, खिड़की से कूदकर अपनी जान बचाई। सूचना मिलने के बाद पुलिस व प्रशासन का बचाव दल मौके पर पहुंचा और घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया गया है। बस में आग लगने के बाद ज्यादातर यात्री निकल आए थे।

बस के पिछले हिस्से में बैठे लोग धूं-धूं कर झुलसने लगे थे। जब तक पुलिस व प्रशासन का राहत दल पहुंचा तब तक छह लोगों के बुरी तरह झुलसने की सूचना है। बस से निकाले गए एक यात्री को जब अस्पताल पहुंचाया तो वहां उसने दम तोड़ दिया। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।

सीएम डा. मोहन यादव ने एक्स हैंडल पर लिखा- गुना से आरोन जा रही बस में भीषण आग से यात्रियों के हताहत होने का समाचार अत्यंत दुःखद है। इस हृदय विदारक दुर्घटना में असमय मृत्यु को प्राप्त हुए दिवंगतों के परिजनों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। दुःख की इस विकट परिस्थिति में प्रदेश सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। मैंने प्रशासन को घायल यात्रियों के समुचित उपचार की व्यवस्था करने के साथ ही दुर्घटना की जांच के आदेश भी दिए हैं, ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। बाबा महाकाल से दिवंगत आत्माओं की शांति तथा घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं

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